वेकोलि कर्मी की हत्या का रहस्य उजागर, आरोपी गिरफ्तार

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    • हत्या के षडयंत्र में पत्नी ओर सास शामिल
    • प्रेम संबंध और अनुकंपा नौकरी बनी हत्या की वजह 

    बल्लारपुर. गुरुवार की शाम सास्ती पुल के पास मिले वेकोलि कर्मी विक्की उर्फ मारोती शंकर काकडे के शव की गुत्थी तथा हत्या के कारणों का खुलासा बल्लारपुर पुलिस ने कर लिया है. गुरुवार की सास्ती पुल के पास वेकोलि कर्मी का श्व मिलने पर प्रथमदृष्टया प्रतीत हो रहा था कि मृतक की लूटमार के बाद हत्या कर दी गई हो.

    परंतु थानेदार उमेश पाटील के मार्गदर्शन में बल्लारपुर पुलिस टीम ने 24 घंटे के बीतते बीतते 30 जुलाई की देर शाम आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या की गुत्थी सलझा ली. हत्या व षडयंत्र में शामिल चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जिसमें मृतक की पत्नी तथा सास का भी समावेश है.

    पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक की पत्नी के अपनी बहन के देवर के साथ अनैतिक संबंध थे. प्रेम संबंध के बीच कांटा निकालने तथा पति की मौत के बाद अनुकंपा तत्व पर वेकोलि में नौकरी मिलने के लालच में मृतक की पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति विक्की के हत्या की योजना बनायी. इस षडयंत्र में मृतक की सास भी शामिल रही. हत्या की योजना एक माह पूर्व बनायी गयी थी तथा रेकी करने हेतु मृतक की पत्नी ने प्रमुख आरोपी संजय टिकले के साथ सास्ती भूमिगत खान, जहां विक्की काकडे ड्यूटी करता था वहां का दौरा किया.

    29 जुलाई को हत्या के पूर्व नकोडा घुग्घुस निवासी मुख्य आरोपी संजय मारोती टिकले ने वहीं के अपने मित्र विकास भास्कर नगराले को भी हत्याकांड में शामिल करने राजी कर लिया. वहीं मृतक की पत्नी प्राजक्ता उर्फ रानी मारोती काकडे तथ सास कांता देवानंद भसाखेत्रे चामोर्शी अपने रिश्तेदार के यहां चले गये.

    घुग्घुस के नकोडा में की विक्की की हत्या

    घटना के दिन तय योजना के अनुसार संजय टिकले, दूसरे आरोपी विकास नगराले को विक्की काकडे के घर के पास छोड दिया. बाद में किराये का मकान ढूंढने के बहाने विकास नगराले ने विक्की काकडे से संपर्क किया. बातों बातों में ही विकास नगराले ने विक्की काकडे को शराब की दुकान पूछा तथा शराब पिलाने की पेशकश की. शराब की लत का मारा विक्की उसकी पेशकश पर तुरंत तैयार होकर अपनी मोटर साइकिल पर आरोपी विकास नगराले को बिठाकर घर से निकला.

    दोपहर 1 बजे विक्की को लेकर दोनों आरोपी पहले सास्ती गये. वहां पर शराब पीकर और शराब पिलाने के बहाने दोनों आरोपी विक्की को विसापुर, चंद्रपुर के रास्ते घुग्घुस के नकोडा समीप एसीसी सीमेंट कंपनी फैक्टरी के पीछे नाले के पास तथा पैरों से गला दबाकर हत्या कर दी. हत्या के बाद संजय टिकले ने खुद की और मृतक की मोटर साइकिल वहीं ख अपने चौपहिया वाहन में विक्की का शव रखा तथा चंद्रपुर, विसापुर, बल्लारपुर होते हुए सास्ती पुल के पास पहुंचे. शव को सडक किनारे फेंक दिया. पुलिस को गुमराह करने हेतु गले पर ब्लेड से वार किया गया. 

    शराब पिलाने के बहाने विक्की को ले गया सह आरोपी 

    मृतक की मोटर साइकिल गायब रहने तथा सास्ती पुल के पास हमेशा होती लूटमार की घटनाओं से पहले पुलिस ने इसी दिशा में खोजबीन की. परंतु मृतक के मोबाइल की काल डिटेल रिपोर्ट आने के बाद मामला सुलझता चला गया. शुक्रवार की रात को ही मृतक की पत्नी प्राजक्ता उर्फ रानी से कडाई से पूछताछ करने पर उसने सबकुछ उगल दिया.

    पुलिस ने हत्याकांड में शामिल नकोडा घुग्घुस निवासी संजय मारेाती टिकले (25), विकास भास्कर नगराले (23) तथा मृतक की पत्नी प्राजक्ता उर्फ रानी मारोती काकडे (25) और चंद्रपुर के घुटकाला पंचशील चौक निवासी सास कांता देवानंद भसाखेत्रे को हत्या और हत्या के षडयंत्र के आरोपों के तहत नामजद किया है. आज पुलिस ने सभी आरोपियों को बल्लारपुर न्यायालय में पेश किया जहां से सभी को 4 अगस्त के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया है. मामले की जांच थानेदार उमेश पाटील कर रहे है.

    नौकरी मिलने में बाधा न आए इसलिए शव को नदी में नहीं फेंक

    हस हत्याकांड में प्रेम संबंध के साथ ही वेकोलि की नौकरी भी एक प्रमुख वजह रही. पुलिस ने जब आरोपियों से पूछताछ में जानना चाहा कि मृतक की हत्या जब घुग्घुस में की गई तो उसे वापिस बल्लारपुर क्यों लाया गया. शव को वहां पर भी ठिकाने लगाया जा सकता था. वहीं जब बल्लारपुर लाया ही था तो सास्ती पुल के पास शव को फेंकने के बजाय पास ही से लबालब बहती वर्धा नदी में भी फेंका जा सकता था. इस पर आरोपियों ने जो बताया वह चौंकाने वाला था.

    दरअसल आरोपी प्रेम संबंध में बाधा बन रहे विक्की का कांटा तो निकालना चाहते थे. साथ ही उसकी मृत्यु के पश्चात उसकी पत्नी प्राजक्ता को वेकोलि में नौकरी भी करना चाहती थी. नदी में लाश को बहा देने पर अगर लाश नहीं मिलती तो उसे नौकरी हेतु इंतजार करना पडता. इसलिए आरोपियों ने शव को नदी में फेंकने की बजाय सडक किनारे फेंका. ताकि मृतक की जल्द से जल्द शिनाख्त होकर वेकोलि की नौकरी तथा अन्य आर्थिक लाभ आरोपी की पत्नी को मिल सके.