जिले में राष्ट्रीय कुष्ठरोग उन्मुलन जांच मुहिम शुरू

  • जिले में 1,000 व्यक्ति के पिछे 3.1 प्रश कुष्ठरोग के मरिज
  • 16 दिसम्बर तक चलेगी मुहिम

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चंद्रपुर. राष्ट्रीय कुष्ठरोग उन्मुलन कार्यक्रम अंतर्गत जिले में 1 से 16 दिसम्बर तक कुष्ठरोग व टीबी के मरिजों की जांच मुहिम शुरू की गई है. नागरीकों ने बिना किसी संदेह के स्वयं की जांच करने का आवाहन जिप के सीईओ राहुल कर्डीले ने पत्रपरिषद में किया. जिले में 1,000 व्यक्ति के पिछे 3.1 मरिज है जिसपर उपचार चल रहा है. मुहिम में जिला प्रशासन की ओर से तहसील निहाय टिम का गठन किए जाने की जानकारी दी गई. 

जिले में तहसीलनिहाय मरिजों की संख्या 

बल्लारपुर में 18, भद्रावती में 27, ब्रम्हपुरी में 109, चंद्रपुर में 55, चिमूर में 75, गोंडपिंपरी में 41, जिवती में 08, कोरपना में 25, मूल में 61, नागभीड में 68, पोंभूर्णा में 34, राजुरा में 29, सावतली में 69, सिंदेवाही में 80, वरोरा में 23 

ब्रम्हपुरी में सर्वाधिक मरिज 

जिले के धान उत्पादक तहसील में कुष्ठरोग व टीबी के मरिजों की संख्या सर्वाधिक है. ब्रम्हपुरी तहसील में अक्टुबर 2020 तक 109 मरिज दर्ज किए है. तहसील में 1000 के पिछे 5.42 प्रश दर्ज किया है. 

तहसील निहाय टिम का गठन 

मुहिम के दौरान प्रशासन की ओर से तहसीलनिहाय स्वास्थ्य कर्मीयों की टिम का गठन किया है. जिसमें बल्लारपुर में 66, भद्रावती में 98, ब्रम्हपुरी में 114, चंद्रपुर में 155, चिमूर में 121, गोंडपिंपरी में 57, जिवती में 50, कोरपना में 80, मूल में 89, नागभीड में 106, पोंभूर्णा में 41, राजुरा में 84, सावली में 88, सिंदेवाही में 95, वरोरा में 123, शहर मनपा में 120 टिम का समावेश है. 

जिवती में सबसे कम मरिज 

अतिदुर्गम व पिछडा क्षेत्र समजे जानेवाले जिवती तहसील में अन्य तहसील की तुलना में सबसे कम मरिज पाए गए. फिलहाल की स्थिति में जिवती तहसील में 8 मरिज पाए गए है.   

समाज में फैली गलतफैमीया को दूर करे 

कुष्ठरोग यह प्राचिन बिमारी है. मायक्रोबैक्टेरियम लेप्री की कृमी से यह बिमारी निर्माण होती है. यह त्वचा की बिमारी है. यह बिमारी संक्रमीत नही है. प्रतिकार शक्ति के अभाव के चलते व्यक्ति को यह बिमारी होती है. कुल मरिजों में से 10 से 15 प्रश मरिज पाए जाते है.