CSTPS contract workers strike for bonus

    Loading

    • इको प्रो के अन्नत्याग आंदोलन को व्यापक समर्थन

    चंद्रपुर: गोंडकालिन ऐतिहासिक रामाला तालाब को बचाने के लिए इको प्रो की ओर से शुरू अन्नत्याग आंदोलन को व्यापक समर्थन मिल रहा है. इस बीच इस तालाब की दुर्दशा के लिए शहर का गंदा पानी जिम्मेदार होने की बात सामने आयी है. ऐतिहासिक रामाला तालाब शहर के गंदे पानी के कारण प्रदूषित होने का महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल की रिपोर्ट में सामने आया है. इस संबंध में इको प्रो संस्था को पत्र प्राप्त हुआ है. इसके चलते रामाला के लिए कौन जिम्मेदार है यह बात स्पष्ट हो गई है. इससे इको प्रो के रामाला को प्रदूषण मुक्त करने के आंदोलन को बल मिला है.

    चंद्रपुर महानगर पालिका अंतर्गत शहर घरों के गंदे पानी को बहाकर ले जानेवाले गटरों और नालियों के जरीये तालाब में जाकर मिलता और यहां से नदी मे जाकर मिलता है. इसके चलते भूजल भी प्रदूषित हो रहा है. इस पर तुरंत उपाय करने के निर्देश प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने महानगर पालिका आयुक्त को भेजे गए पत्र में दिए थे. इको प्रो के निवेदन की दखल लेकर प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने मनपा प्रशासन को सूचित किया है.

    रामाला तालाब के गहराईकरण और सौंदर्यीकरण के बारे में समय समय पर समीक्षा बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में लिया गया. इस दौरान ऐतिहासिक रामाला तालाब से सटे शहरी बस्ती में अप्रक्रियाकृत घरेलू गंदा पानी नालियों से होता हुआ झरपट नदी और फिर इरई नदी में मिलता है इस ओर ध्यान आकर्षित कियागया था.

    राष्ट्रीय हरित लवाद का मनपा को निर्देश 

    राष्ट्रीय हरित लवाद नई दिल्ली 28 अगस्त 2019 को निर्देश अनुसार स्थानीय स्वराज्य संस्था शहर से निर्मित 100 प्रश घरेलू गंदे पानी पर प्रक्रिया करने के लिए प्रक्रिया संयंत्र स्थापित करने, शहर में भूमिगत गटर, नालियों का निर्माण करने की आवश्यकता है. मात्र चंद्रपुर महानगर पालिका के पास शहर के घरों से बहनेवाले गंदे पानी के निकासी की कोई यंत्रणा विकसित नहीं है. इसके चलते कुछ प्रमाण में अप्रक्रियाकृत घरों का गंदा पानी तालाब से होकर नदियों में जाकर मिल रहा है. शेष् अप्रक्रियाकृत पानी भूगर्भ में मिल रहा है. इसे देखते हुए तुरंत उपाययोजना करने के निर्देश प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने महानगर पालिका को दिए है.

    अहीर का प्रधानमंत्री खनिज विकास निधि दिलाने का वादा

    रामाला तालाब को बचाने के लिए इको प्रो द्वारा शुरू किए गए आंदोलन को व्यापक समर्थन मिल रहा है.  पूर्व केन्द्रीय गृहराज्यमंत्री हंसराज अहीर ने अनशन मंडप पहुंचकर आंदोलको से चर्चा की और कहा कि तालाब को गहरा करने के लिए प्रधानमंत्री खनिज विकास निधि उपलब्ध कराने के लिए वे प्रयास करेंगे.उन्होने कहा कि रामाला तालाब ना केवल ऐतिहासिक वैभव युक्त गोंडकालिन विरासत है बल्कि शहर का सौंदर्य है. इस समय भाजपा के महाराष्ट्र प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य खुशाल बोंडे, इतिहास संशोधक टी.टी. जुलमे, युवा नेता रघुवीर अहीर, भाजपा जिला किसान आघाडी अध्यक्ष राजू घरोटे, भाजपा ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष विनोद शेरकी, गंगाधर कुंटावार, साईनाथ मास्टे, महेश अहीर, तुषार मोहुर्ले, राहुल बोरकर, यश ठाकरे, भूषण पाटिल आदि उपस्थित थे. 

    राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ का समर्थन

    ऐतिहासि चंद्रपुर नगर के ऐतिहासि रामाला तालाब को प्रदूषणमुक्त करने और इसका संवर्धन करने के लिए इको प्रो के बंडू धोतरे द्वारा जारी अन्नत्याग सत्याग्रह आंदोलन को राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ ने अपना समर्थन दिया है. राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ क ओर से जिलाध्यक्ष प्रा. नितीन कुकडे, राष्ट्रीय महासचिव सचिन राजुरकर, राष्ट्रीय समन्वयक डा. अशोक जीवतोडे ने अनशन मंडप पहुंचकर बंडू धोतरे को समर्थन पत्र सौपा. राज्य के पर्यावरणमंत्री आदित्य ठाकरे और जिलाधिकारी को निवेदन की प्रतिलिपि भेजने की बात कही.

    पानी उपसा प्रतिकात्मक आंदोलन

    प्राचीन काल में बस्तियों में शहरी सुविधा नहीं होने से घरों का गंदा पानी एक गडढे में जमा किया जाता था और उसे बाद में बाल्टियों से दूर ले जाकर फेंका जाता था. इस समय रामाला तालाब भी शहर के गंदे पानी के जमा होने का केन्द्र बन जाने से को  यहां मंगलवार को इको प्रो सदस्यों सहित शहर के नागरिकों ने प्रतिकात्मक रूप से पानी निकालकर बाहर फेका.

    इस आंदोलन में फिमेल एज्यूकेशन सोसायटी के अध्यक्ष विजय मोगरे, दृष्टि सामाजिक संस्था की अध्यक्ष एड. वर्षा जामदार, श्री वर्धमान सोशल एन्ड एज्यूकेशन अकादमी के अध्यक्ष महेंद्र मंडलेचा, सचिव अमर गांधी, लायन्स क्लब आफ चंद्रपुर के सुनील कुलकर्णी, सरदार पटेल महाविद्यालय के प्राचार्य आर.पी. इंगोले, उपप्राचार्य डा. एस.पी. माधमशेट्टीवार, चेतना संघर्ष मंच के राजेश विजरकर, मनोहर टहलियानी, राजकुमार पाठक, गजानन गावंडे, हनुमान मंदिर चंद्रपुर के पदाधिकारी, डा. संजय घाटे, पंकज चिमरालवार आदि ने अनशन को अपना समर्थन दिया.