सीटीपीएस आंदोलनकारियों के सहयोगियों को हटाया, चिमनी के पास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ी

  • 5 वें दिन प्रकल्प पीड़ितों का आंदोलन जारी

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चंद्रपुर. स्थायी नौकरी की मांग के लिए चंद्रपुर थर्मल पावर स्टेशन की चिमनी पर आंदोलन कर रहे आंदोलनकारियों के सहयोगियों को आज केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों ने चिमनी के पास से हटाकर मेजर गेट के बाहर छोड दिया है। जिसके चलते अब आंदोलनकारियों को भोजन, पानी मिलना मुश्किल होगा।

आज रविवार को सुरक्षा दल की टीम चिमनी के पास आई और आंदोलनकारियों के सहयोगियों को कोविड टेस्ट के बहाने गाडी में भरकर बाहर ले गई और दुर्गापुर स्कूल के पास छोड दिया। अब यह सभी लोग मेजर गेट से बाहर हो गए है। आंदोलनकारी  ने बताया कि रात के समय पर सुरक्षा दल के जवान सो जाते थे तो यह लोग छुपकर भोजन, पानी की बाटल पहुंचा देते थे। सौभाग्य से शनिवार की रात 4 पानी बाटल भेजी गई थी जिसमें से आज रविवार की शाम 5 बजे महज आधी बाटल पानी बचा है। अब चिमनी के आस पास केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवान तैनात है। शनिवार को सहयोगियों की सीटीपीएस के मुख्य इंजीनियर की ओर से कहा गया था कि आंदोलन का रिजल्ट आ गया है उन्हे नीचे उतारो हम बता देंगे। किंतु आंदोलनकारियों के सहयोगियों ने कहा कि आप रिजल्ट बता दो रिजल्ट सकारात्मक होगा तो आंदोलनकारी अपने आप उतर आएंगे। किंतु उनकी ओर से कोई उत्तर नहीं मिला जिससे बातचीत बेनतीजा रही।

वहीं सीटीपीएस सूत्रों ने बताया गया कि आज आंदोलनकारियों को चर्चा के लिए कहा गया किंतु आंदोलनकारी किसी की नहीं सुन रहे है। शनिवार को भी उन्हे इसी बात के लिए कहा गया था नीचे उतरकर बातचीत करें। किंतु वे किसी की नहीं सुन रहे है यहां तक की जिले के जनप्रतिनिधि, प्रदेश के मुख्यमंत्री और ऊर्जामंत्री की भी नहीं मान रहे है। राज्य के लगभग 4000 प्रकल्प पीड़ितों में से अधिकांश को नौकरी दी जा चुकी है। अब 1000 से 1200 ही बचे है।