रिश्वत मामले में गिरफ्तार सरपंच, उपसरपंच के हाथों न हो ध्वजारोहण

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  • मासिक सभा में गूंजा मुद्दा,
  • 10 ग्रापं सदस्यों की मांग

भिसी़: रिश्वत मामले में गिरफ्तार सरपंच योगिता गोहणे और उपसरपंच लिलाधर बंसोड की बजाय 15 अगस्त को ग्राम पंचायत में आयोजित समारोह में प्रतिभावान विद्यार्थी अथवा प्रतिष्ठित नागरिक के हाथों ध्वजारोहण की मांग भिसी ग्राम पंचायत सदस्यों ने मासिक सभा में की।

पिछली मासिक सभा में सरपंच और उपसरपंच के विरोध में जमकर नारेबाजी कर सदस्यों ने उनके इस्तीफे की मांग की जिससे सभागृह गूंज उठा। मासिक सभा में रिश्वतखोरी का मुद्दा जमकर गूंजा। शासन द्वारा जारी परिपत्र भिसी के ग्रामसेवक अनिरुध्द शेंडे ने सभा में पढकर सुनाया। कोरोना पार्श्वभूमि पर ध्वजारोहण और तिरंगे की सलामी के लिए लोगों को आमंत्रित न करने के आदेश है। पदाधिकारी, सदस्य अथवा कर्मचारी ही स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

 प्रस्ताव के दौरान सरपंच का पलायन
 सरपंच और उपसरपंच रिश्वत मामले में गिरफ्तार हो चुके है इसलिए उनके हाथों ध्वजारोहण न करने का प्रस्ताव भिसी ग्राम पंचायत सदस्य राजु गभणे ने रखा। किंतु सरपंच योगिता गोहणे सभा छोडकर अपने कक्ष में चली गई। तत्पश्चात ग्रापं सदस्य देवा मुंगले, अविशा रोकडे, इंदिरा नागपुरे, मिरा काले, ईश्वर डुकरे, पंकज रेवतकर, राजु सातपैसे, विजय नन्नवरे, दीपक ठोंबरे, राजु गभणे ने सरपंच के हाथों ध्वजारोहण न कराने की मांग खंड विकास अधिकारी शेंडे को दिए निवेदन में की।