चंद्रपुर. गड़चिरोली से मूल तक के राष्ट्रीय महामार्ग का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. इसी मार्ग पर चिमढा नदी पर बड़े पुल का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर शुरू है. मार्ग से आवागमन करने वालों के लिए पर्यायी मार्ग की व्यवस्था की गई है. किंतु नियोजन के अभाव में इस मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढ्रे है, जो आवागमन करने वाले दुपहिया चालकों के लिए दुर्घटना का कारण बन रहे हैं. किंतु संबंधित विभाग इस ओर पूरी तरह से अनदेखी किए हैं.
2 वर्षों से शुरू है निर्माण
पिछले 2 वर्षों से राष्ट्रीय महामार्ग का निर्माण कार्य शुरू है. इस मार्ग के लिए अनेक पुराने पुलों को तोड़कर उसकी जगह पर ऊंचे और मजबूत नए पुल बनाये जा रहे हैं. इसी में चिमढा नदी के पुल का काम युद्ध स्तर पर शुरू है. पर्यायी मार्ग के गड्ढों में पानी भरा रहने की वजह से वाहन चालकों को गड्ढों का अनुमान नहीं लगता और वह लोग चोटिल हो रहे हैं. गड्ढों को मुरूम से पाटने का प्रयास किया गया है. इसकी वजह से वाहन और स्लीप हो रहे हैं. इसलिए पुल के निर्माण होने तक पक्का मार्ग बनाकर दुर्घटनाओं को रोकने की मांग लोगों ने की है.
दुर्घटनाएं बढ़ी
सावली पंस के सभापति विजय कोरेवार ने कहा कि उचित नियोजन के अभाव में चिमढा नदी के पर्यायी पुल पर दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ी है. इसलिए पर्यायी पक्के मार्ग का निर्माण करने की मांग की. यदि मार्ग पर किसी प्रकार की अनहोनी होती है, तो इसके खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी उन्होंने दी.