चंद्रपुर. शहर के पुराने गंजवार्ड सब्जी मार्केट में कोरोना के दौरान नागरिकों की भीड़ को देखते हुए मार्केट का स्थानांतरण कोहीनूर मैदान में किया गया. किंतु मनपा प्रशासन ने इसका फायदा उठाकर सब्जी मार्केट धारकों को विश्वास में नहीं लेते हुए नई बैठक व्यवस्था का निर्णय लिया. जेसीबी व अतिक्रमण दस्ते द्वारा पुरानी बैठक व्यवस्था ध्वस्त की गई. जिससे सब्जी विक्रेताओं पर अन्याय हुआ. मनसे पार्षद सचिन भोयर ने सब्जी विक्रेताओं की पुराने जगह में बदलाव नहीं करने की मांग मनपा आयुक्त व महापौर को सौंपे निवेदन में की है. पार्षद भोयर व सब्जी विक्रेताओं ने गंजवार्ड मार्केट अध्यक्ष व मनपा द्वारा जारी की गई सूची में घोटाला होने का आरोप लगाया.
रिश्तेदारों के नाम किए शामिल
मनपा के मनमानी कारभार की शिकायत सब्जी विक्रेताओं ने पार्षद भोयर से की. भोयर ने गंजवार्ड सब्जी मार्केट को प्रत्यक्ष भेंट देकर मुआयना किया. सभी सब्जी विक्रेताओं की समस्या को जानकर काफी समस्या सामने आयी. इस समय पुराने सब्जी विक्रेताओं ने मनपा प्रशासन की सूची में घोटाला होने का आरोप लगाया. मार्केट में पुराने दूकानदारों के यहां कार्यरत कामगारों के नाम सूची में लिए गए. करीबी रिश्तेदारों के नाम सूची में शामिल करने का आरोप उन्होंने लगाया. पुराने दूकानदारों को बगैर बताए 4-6 महीने पहले सब्जी व्यवसाय शुरू करने वाले लोगों के नाम सूची में है.
झूठी जानकारी दी
पार्षद भोयर ने कहा कि मार्केट अध्यक्ष ने महापौर व आयुक्त को झूठी जानकारी देकर अंधेरे में रखा. मनपा प्रशासन द्वारा नापी गई जगह सब्जी बिक्री के लिए मुनासीब नहीं है. सब्जी विक्रेता सब्जियां, तराजू लेकर नहीं बैठ सकते. पुरानी बैठक व्यवस्था में बदलाव करने पर उसका परिणाम सब्जी विक्रेताओं पर होगा. मनपा द्वारा किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं देते हुए प्रतिदिन 50 रुपये शुल्क लिया जा रहा है, जो जगह की तुलना में अधिक है.
पार्षद भोयर ने सब्जी विक्रेताओं के साथ महापौर कंचर्लावार व आयुक्त मोहिते से मुलाकात की. चर्चा के दौरान 32 वर्ष से व्यवसाय कर रहे दूकानदारों के आईडी कार्ड की जांच करने, बैठक व्यवस्था में बदलाव नहीं करने, सब्जी विक्रेताओं को 5 बाय 10 फीट जगह देने आदि मांगें की गईं. इस समय गंजवार्ड कमेटी उपाध्यक्ष भाऊराव चन्ने, सलाहगार पराग घडसे आदि उपस्थित थे.