भद्रावती. मरिज पर उपचार करने से इन्कार किए जाने के कारण मरिज को जान से हाथ धोना पडा. फिलहाल कोरोना व लाकडाऊन के चलते कई समस्या नर्मिाण हो रही है. ऐसे में डाक्टर की ओर से इलाज करने में हाथ उपर करने से मरिजों को कई मुश्किलों का सामना करना पड रहा है. ऐसे डाक्टर पर सक्त कार्रवाई करने की मांग सामाजिक कार्यकर्ता देविदास जांभुले ने की है.
गडचिरोली जिले की निवासी आदिवासी महिला नलिनी वाल्मिकी नन्नावरे सडक हादसे में जखमी हो गयी थी. परंतु अस्पताल में डाक्टर ने उपचार करने से इन्कार करने पर उसकी मृत्यु हो गयी. ब्रम्हपुरी के डाक्टर ने मानवता को भुलकर मरिज पर उपचार करने से साफ इन्कार करते हुए हाथ उपर कर दिए थे.