वैनगंगा नदी पर पुल निर्माण हेतु मिट्टी परीक्षण शुरू

  • चंद्रपुर गडचिरोली जिलावासियों को मिलेगी परेशानी से मुक्ति

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गोंडपिपरी. चंद्रपुर गडचिरोली जिलों को जोडने वाला आष्टी समीप वैनगंगा नदी पर नये पुल के निर्माण हेतु मिटटी परीक्षण का कार्य शुरु हो गया है. चंद्रपुर जिले के दक्षिण दिशा से गडचिरोली को जोडने वाला यह महत्वपूर्ण पुल होने से पुल नर्मिाण की अनेक वर्षो से मांग हो रही है. पुराना पुल 6 दशक से अधिक पुराना होने से इस पुल से आवागमन खतरनाक है. उसी प्रकार की पुल की ऊंचाई कम होने से बरसात में बार बार पुल के उपर से पानी बहने पर दोनों जिले का संपर्क टूट जाता है. इसके लिए राष्ट्रीय विकास मंच के अध्यक्ष डा. भारत पांडे ने शासन से प्रयास किए, आंदोलन किए और अब उनके प्रयासों को सफलता मिली है.

बरसात के दिनों में इस पुल पर जल्दी पानी भर जाने से अनेकों बार दोनों जिले के नागरिकों को परेशानी उठानी पडती है. साथ ही राज्य परिवहन निगम से सफर करने वाले यात्रियों को भारी परेशानी होती है. बरसात के दिनों में भंडारा जिले के गोसीखुर्द परियोजना का जलस्तर बढने के बाद बांध का पानी छोडने के बाद इस नदी में बाढ आ जाती है और इस पुल के उपर से पानी बहने लगता है. जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पडता है. कई बार कुछ अति उत्साही लोग पुल पर पानी बहते हुए पुल पार करने का प्रयास करते है इसमें दुर्घटनाएं हो जाती है. किंतु नदी पर पुल बनने के बाद दोनों जिलावासियों को परेशानी से छुटकारा मिल जाएगा.

इस पुल की ओर से पूर्व केंद्रीय गृहराज्यमंत्री हंसराज अहीर, पूर्व वत्तिमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने विशेष ध्यान दिया और केंद्रीय सडक परिवहन मंत्री नितन गडकरी ने पुल नर्मिाण के लिए 150 करोड रुपए गत वर्ष मंजूर किए और अब पुल नर्मिाण के लिए मट्टिी परीक्षण का काम शुरु होने से दोनों जिले के नागरिकों में हर्ष है. इसके लिए शासन से लगातार प्रयास करने वाले राष्ट्रीय विकास मंच के अध्यक्ष डा. भारत पांडे ने विशेष प्रयास किए है.