कोयला उद्योग में तीसरे दिन भी जारी रही हडताल, करोडों का नुकसान

  • हड़ताल में लगी सेंध 2 कामगारों ने की ड्यूटी
  • हड़ताल को कोंग्रेस पार्टी ने दिया समर्थन

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राजुरा. कोयला उद्योग में निजीकरण के खिलाफ वेकोलि की पांचों यूनियन की ओर से घोषित तीन दिवसीय हडताल के तीसरे दिन आज वेकोलि के बल्लारपुर क्षेत्र की सभी कोयला खानों से उत्पादन और कोल ट्रांसपोर्टिंग पूरी तरह से ठप रहा. जिससे वेकोलि को करोडों का नुकसान हो रहा है. हड़ताल की वजह से सभी खदान क्षेत्रों में सन्नाटा छाया हुआ है.

कोयला उद्योग के निजीकरण की ओर ले जा रहे कमर्शियल माइनिंग के विरोध में वेकोलि में कार्यरत पांचों श्रमिक संगठनाओं ने एक साथ 3 दिवसीय हडताल शुरु की है. जिसका आज तीसरा और अंतिम दिन है. आगे की रणनीति क्या होगी इसपर पांचो यूनियन खाका तयार करने में जुट गई है. आज तीसरे दिन भी हडताल जारी रखी है. पांचों संगठन के साथ कामगारों का भी साथ मिल रहा है. 

वेकोलि बल्लारपुर क्षेत्र अंतर्गत पांचों यूनियन के साथ श्रमिकों ने भी कोल इंडिया में निजीकरण का विरोध किया है. इसकी खिलाफत करते हुए तीन दिवसीय देशव्यापी हडताल की घोषणा की है. इससे बल्लारपुर क्षेत्र अंतर्गत आने वाली सभी 8 कोयला खानों में उत्पादन ठप रहा. हडताल से कोयला उद्योग को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.

हड़ताल में लगी सेंध दो कामगार ने की रात्री पाली में ड्यूटी
3 जुलाई की तृतीय रात्री पाली में पांचो संगठनों को चकमा देते हुए सास्ती अंडरग्राउंड के ओवरमेन एवं माइनिंग सरदार ड्यूटी पर चले गए. सुबह जब वो ड्यूटी से निकले तो हड़ताल कर रहे कामगारों ने उनका चूड़ी का हार पहनाकर स्वागत किया. दोनों कामगारों के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई. दोनों को कामगार संगठनों से निलंबित कर दिया गया है. वहीं दूसरी और कॉंग्रेस पार्टी ने हड़ताल को समर्थन दिया है. क्षेत्र के विधायक सुभाष धोटे ने भी हड़ताल को समर्थन दिया है.

आंदोलन में बीएमएस के केंद्रीय महामंत्री सुधीर घुरडे, शांताराम वांढरे, इंटक के आर. शंकरदास, सुदर्शन डोहे, आयटक के नंदकिशोर म्हस्के, मधुकर ठाकरे, एचएमएय के अशोक चिवंडे, ताज मोहम्मद और सीटू के गणपत कुडे, शेख जाहिद के साथ अनेक पदाधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे. इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में भी आंदोलन किया गया.

वणी वरिया में सफल रही हडताल
संवाददाता ञ्चघुग्घुस. वेकोलि वणी क्षेत्र में इंटक, भामसं, आयटक, एचएमएस और सीटू संगठना ने केंद्र सरकार के कमर्शियल माइनिंग के खिलाफ तीन दिवसीय देशव्यापी हडताल की घोषणा की. इसके तहत वेकोलि वणी क्षेत्र की पांचों श्रमिक संगठनाओं के पदाधिकारियों ने एकजुट होकर हडताल शुरु की. हडताल के तीसरे दिन भी 3300 कामगार अपनी ड्यूटी पर नहीं गए. जिससे प्रतिदिन 25000 टन के हिशाब से 75000 टन कोयले का उत्पादन ठप पड गया. इससे वेकोलि को करोडों का नुकसान हुआ है.