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    चंद्रपुर: दक्षिण-पूर्व अरबी समुंदर में कम दबाव निर्माण होने से उसका रूपांतर चक्रावात में हुआ. जिसका असर चंद्रपुर जिले में भी देखने को मिला. शुक्रवार की सुबह से जमकर धूप थी. दोपहर के बाद अचानक आसमान में बादलों का घिरना  शुरू हो गया. चंद्रपुर समेत बल्लारपुर, गोंडपिंपरी, राजुरा में तेज हवा चलने लगी. आसमान में बदली छाते ही मौसम में ठंडक घुल गई.

    इस बीच गोंडपिंपरी में सडकों पर महाकाय वृक्ष गिरने से काफी समय तक यातायात ठप्प हो गया. बारिश का असर बल्लारपुर, राजुरा, गोंडपिपरी, पोंभूर्णा क्षेत्र में अधिक रहा जबकि चंद्रपुर महानगर में शाम को बादलों के छाने के साथ बारिश का मौसम बना परंतु बारिश नहीं हुई. 

    इन दिनों लगातार तापमान बढा हुआ चल रहा था. तापमान 42, 43 डिग्री से उपर बढ रहा था. जिससे गर्मी बढी हुई थी. गर्मी के चलते लोगों को सुबह से ही कुलर व फैन शुरू करना पडता था. इन दिनों जनता कर्फ्यु के चलते अधिकतर लोग 7 से 11 बजे तक ही सभी काम निपटाकर घर लौटते है. उसके बाद भीषण गर्मी के चलते दिनभर में कुलर के सामने विश्राम लेते रहते है. पिछले कुछ दिनों से चंद्रपुर का तापमान 42,43,44 डिग्री तक था. भीषण गर्मी के चलते लोग हाल बेहाल हो रहे थे. 

    वही दक्षिण पूर्व अरबी समुद्र में कम दबाव का पट्टा निर्माण होने से उसका रूपांतर चक्रावात में हुआ है. इस चक्रावात का असर चंद्रपुर जिले में भी दिखाई दिया. शुक्रवार की सुबह ही जमकर धूप थी. उसके पश्चात शाम के 5 बजे से आसमान में काले बादलों का अचानक जमना शुरू हो गया. जिले के बल्लारपुर, राजुरा, गोंडपिंपरी में बिजलीयों की कडकडाहट, जोरदार बारिश हुई. शुक्रवार को चंद्रपूर शहर में छुटपुट बुंदाबांदी हुई. 

    वही गुरूवार की रात साडेग्यारह बजे बिजलीयों की कडकडाहट व तेज हवा चली. परंतु बारीश नही हुई. इसमें किसी का नुकसान नही हुआ है. राजुरा  शहर व परिसरात में शुक्रवार की शाम तुफानी हवाओं के साथ बिजलीयों की कडकडाट के साथ जोरदार बारीश हुई. शुक्रवार को हिंदू व मुस्लिम का त्योहार होने से तथा लाकडाऊन के चलते सभी लोग घर में ही थे. सुबह से तेज गर्मी के बाद शाम को मुसलाधार बारीश के चलते शाम को गर्मी से राहत मिली.

    रात में जमकर हुई झमाझम बारिश

    गुरूवार की रात को 11.30 के बाद इस तरह बादलों की गर्जना के साथ जमकर बारिश हुई. बिजली कड़कडाने के साथ आधे घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई. लोग गहरी नींद में होने स बारिश जनजीवन पर कुछ खास असर नहीं हुआ. परंतु तेज हवाओं और आंधी के साथ हुई बारिश से कच्चे मकानों और झोपड़ियों में रहनेवालों की सांसें अटकी हुई थी. मात्र आधा घंटे जोरदार बरसने के बाद बारिश से थमने से लोगों ने राहत की सांस ली. सुबह में निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति थी. कोरोना केचलते इस बार ईदगाहों में नमाज अदा नहीं हुई अन्यथा रात में हुई बारिश के चलते अधिकांश ईदगाहों में जलभराव और कचरा कूडा पड़ा होने से इसकी सफाई करने के बाद ही नमाज अदा करनी पड़ती.