चंद्रपुर. स्थायी नौकरी की मांग के लिए चंद्रपुर थर्मल पावर स्टेशन (सीटीपीएस) की चिमनी पर चढ़कर 2 महिलाओं समेत कुल 7 प्रकल्प पीड़ित आंदोलन कर रहे हैं. आंदोलन का गुरुवार को 9वां दिन था. बताया जाता है कि आंदोलनकारियों के स्वास्थ्य में लगातार गिरावट आ रही है. इसके बावजूद कोई हल नहीं निकल सका है. इसका मुख्य कारण स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा गुमराह किए जाने का आरोप आंदोलनकारियों का नेतृत्व कर रही डा. अभिलाषा गांवतुरे ने एक वीडियो जारी कर लगाया है.
सरकार को दी जा रही गलत जानकारी
डा. गांवतुरे ने कहा कि आंदोलन के दूसरे दिन मुख्यमंत्री के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग में चर्चा होनी थी. किंतु आंदोलनकारियों को यह नहीं बताया कि मुख्यमंत्री उनसे चर्चा करना चाहते हैं. अगले दिन नागपुर में होने वाली चर्चा के पूर्व ही ऊर्जामंत्री, पालकमंत्री, उद्योगमंत्री आदि को बताया गया कि आंदोलनकारी चर्चा नहीं करना चाहते, वे लोग सिर्फ आंदोलन करना चाहते हैं. इसकी वजह से ऊर्जामंत्री ने साफ किया कि पहले आंदोलनकारी नीचे उतरे, उसके बाद ही चर्चा होगी. किंतु आंदोलनकारी नहीं उतरे नतीजा चर्चा विफल रही. गुरुवार को भी प्रकल्प पीड़ित ऊर्जामंत्री, मुख्यमंत्री से चर्चा का इंतजार कर रहे हैं, जबकि स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने आंदोलनकारी और मंत्रियों को गुमराह किया है.
CM-ऊर्जामंत्री दें ध्यान
डा. गांवतुरे ने कहा कि आंदोलनकारियों ने निवेदन, धरना आंदोलन, घंटानांद, मुंडन आंदोलन के बाद यह कदम उठाया है. इस माध्यम से महज अपनी न्यायोचित मांग की ओर प्रशासन का ध्यानाकर्षण करना चाहते हैं. किंतु कुछ बिचौलिए आज भी चर्चा में बाधक बन रहे हैं. इसलिए उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री और ऊर्जामंत्री से चर्चा कर समस्या हल करने की अपील की.