Full lockdown in Karnataka on five Sundays, pre-arranged marriages allowed

  • 14 तक पेट्रोलपंप, कृषि केंद्र और शासकीय कार्यालय बंद
  • 6 लोगों का स्वैब भेजा जांच हेतु

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शंकरपुर. जिले में कोरोना रोगियों की संख्या तेजी से बढ रही है. चिमूर तहसील के नेरी में पहला तथा तहसील में दूसरा कोरोना पाजीटीव रोगी मिला है. 8 दिन पूर्व चिमूर तहसील के सोनेगांव वन का 35 वर्षीय युवक पहला पाजीटीव पाया गया था. अब नेरी में 45 वर्षीय व्यक्ति दूसरा पाजीटीव मिला है. इससे चिमूर तहसील में कोरोना का ग्रहण लगा है और प्रशासन में खलबली मची है. शनिवार को उसकी रिपोर्ट आने के बाद रविवार से तीन दिनों का बंद रखा है.

45 वर्षीय व्यक्ति फुले वार्ड नेरी का निवासी है और पांच दिनों पूर्व वह हैदराबाद से आया था. नेरी के क्वारंटीन सेंटर में था. जांच के लिए उसका स्वैब लिया गया था और जांच में उसकी रिपोर्ट पाजीटीव आई है. इसलिए स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन में खलबली मच गई. इससे संपर्क में आये 6 व्यक्तियों का स्वैब जांच के लिए भेजने की जानकारी स्थानीय प्रशासन ने दी है.

यह व्यक्ति लाकडाउन के पूर्व हैदराबाद अपनी पुत्री के पास गया था. पुत्री से मिलकर वह गांव लौटने वाला था तो सारे देश में लाकडाउन की घोषणा हो गई और वह फंसकर रह गया. 5 दिनों पूर्व वह नेरी आया था. उसे नेरी शाला में क्वारंटाइन कर रखा गया था. शनिवार को उसकी रिपोर्ट पाजीटीव आने के बाद प्रशासन ने सावधानी बरतते हुए और 6 लोगों का स्वैब जांच के लिए भेजा और तीन दिनों के लिए बंद घोषित किया है.

 तहसील में नेरी में बडा बाजार है. आस पास के 40 गांव के लोग यहां खरीदी विक्री के लिए आते है. इसके अलावा नेरी में लोग मेडिकल सुविधा, शिक्षा, सरकारी काम से भी आते है. कोरोना से बचाव के लिए ग्राम पंचायत ने तीन दिनों के बंद की घोषणा कर नागरिकों से सहयोग की अपील की है.      

कृषि केंद्र बंद किसानों में छाई चिंता
पेट्रोल पंप पर लगी भीड
खरीफ का सीजन शुरु है तहसील में कोई उद्योग न होने से अधिकांश लोग कृषि पर निर्भर है. कृषि को लगने वाली खाद, कीटनाशक की आवश्यकता है. तीन दिनों तक कृषि केंद्र संचालक ने बंद की घोषणा की थी. इसके बाद नेरी में कोरोना पाजीटीव मिलने के बाद और तीन दिनों के बाद की घोषणा की गई है. जिससे अब किसानों को मंगलवार के बाद ही कृषि के लिए आवश्यक सामान मिल पाएगा. इससे किसानों में चिंता छाई है.

आधुनिक खेती ट्रैक्टर से होने की वजह से उसे ईंधन के रुप में डीजल की आवश्यकता है. किंतु लगातार तीन दिनों के बंद के दौरान पेट्रोल पंप भी बंद रहने से किसान चिंतीत है.