गोंडपिपरी तहसील के तोहोगांव में पिछले 15 दिनों से जंगल में बाघ की गर्जना सुनाई देने से लोगों में दहशत है।
गोंडपिपरी. गोंडपिपरी तहसील के तोहोगांव में पिछले 15 दिनों से जंगल में बाघ की गर्जना सुनाई देने से लोगों में दहशत है। किसानों को खेत में जाने से डर लगा रहा है। शाम होते ही लोग घरों में दुबक जाते है। ग्रामीणों ने बाघ के बंदोबस्त की मांग की है मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
गोंडपिपरी तहसील का अधिकांश जंगल वनविकास महामंडल के अधीन है। 27 जून को तोहोगांव निवासी दिनकर ठेंगरे बांस लाने जंगल गया था उसे बाघ ने अपना शिकार बनाया। तभी से यह बाघ आसपास के परिसर में नजर आ रहा है। इस समय खेतों में कृषि कार्य शुरू है। फसलों के लिए किसान खेतों में जुटे है उनके लिए बाघ खतरा बना हुआ है।
ग्रामीणों ने वनविकास महामंडल से बाघ के बंदोबस्त की मांग की है। आगामी 15 अगस्त तक उपाययोजना नहीं किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी पूर्व उपसरपंच फिरोज पठान, रमेश मोरे, आशिष मोरे, शुभम ठेंगरे, रवींद्र गौरकार समेत ग्रामीणों ने की है।