tadoba

  • गिनती के वाहन पहुंचे पर्यटन के लिए
  • कोरोना के कारण जिला बंदी का असर

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चंद्रपुर. कोरोना संक्रमण के कारण लगाये गए लॉकडाऊन के कारण लगभग साढे 3 माह के बंदी के बाद आज बुधवार 1 जुलाई से मुख्य वन्यजीव रक्षक तथा प्रधान मुख्य वनसंरक्षक महाराष्ट्र राज्य के नर्दिेश पर ताड़ोबा बफर में सफारी की शुरूआत हुई परंतु बफर के सभी प्रवेशद्वारो में पर्यटकों की संख्या गिनी चुनी ही नजर आयी. जिससे गिनती के वाहनों का प्रवेश हो पाया.

बफर के देवाडा, आडेगांव, आगरझरी, जुनोना, नवेगांव, रामदेगी, अलीझंझा, निमडंला, कोलारा, मदनापुर, सिरखेडा, पांगडी झरीपेठ, केसलाघाट बफर क्षेत्र में सफारी की व्यवस्था की गई थी. इसमें से भी ऑनलाईन के बजाय आफलाईन बुकिंग का प्रावधान था जिसके चलते जो पर्यटक पहले आयेगे उन्हें प्रवेश रखा गया था. हर गेट से सुबह में छह और दोपहर में छह गाडियां छोडी जानी थी परंतु आगरझरी गेट से सुबह में तीन और दोपहर में तीन वाहन ही जा पाये, देवाडा गेट एक, कोलारा गेट से पांच वाहनों का प्रवेश हुआ. अन्य क्षेत्र में भी कमोबेश यही स्थिति रही.

पर्यटकों के पहुंचने पर सबसे पहले तो उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई. सभी को मास्क अनिवार्य रखा गया था. सभी जप्सिी को सैनिटाईज किया गया. कोरोना के खतरे को देखते हुए सभी तरह के एहतियात बरतने के बाद ही वाहनों को प्रवेश दिया गया.

कोरोना के चलते चंद्रपुर जिले में आने के लिए बाहरी लोगों को ई पास लेकर आना अनिवार्य है, साथ ही उनमें यदि कोरोना जैसे लक्षण पाये गए तो तुरंत उन्हें इन्सिटयूशनल कोरेन्टाईन किया जाएगा ऐसे में कोरोना के खतरे को देखते हुए जिले के बाहर से पर्यटकों का आना लगभग असंभव ही है. आज बुधवार को जिला अंतर्गत पर्यटक यहां पहुंचे थे. ताड़ोबा भ्रमण के लिए आनेवाले पर्यटकों में अब सर्वाधिक रूप से देश अंतर्गत एवं विदेशों से आनेवाले पर्यटकों की संख्या अधिक होती है. कोरोना के खतरे के मद्देनजर  बफर में शुरू की गई सफारी में पर्यटकों की संख्या बढने की संभावना कम ही नजर आ रही है.