Schools will start in rural areas of Thane district from January 27

  • 9वीं से 12 वीं को ग्रामीण क्षेत्र में मिल रहा है अच्छा प्रतिसाद
  • शहरी क्षेत्र में अब भी कोरोना का खतरा बरकरार

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चंद्रपुर. महाराष्ट्र की स्कूली शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड के अनुसार राज्य शिक्षा विभाग और राज्य स्वास्थ्य विभाग की मंजूरी के बाद पांचवीं से आठवीं कक्षाओं के लिए स्कूल पुन: खोलने की अनुमति दी जाएगी. उनके इस बयान से जिले के अभिभावकों और बच्चों में नई आशाएं जागी है. विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के अभिभावक और विद्यार्थी बड़ी बेसब्री से कक्षाएं शुरू होने की प्रतीक्षा में है.

उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने पिछले महीने ने आदेश जारी कर कक्षा 9वीं से 12वीं की कक्षाओं को शुरू करने का आदेश दिए जाने से ग्रामीण क्षेत्र में पढाई प्रारंभ हो गई है परंतु शहरी क्षेत्र में विद्यार्थियों की काफी कम उपस्थिति है. शहरी क्षेत्रों में कोरोना का भय अब भी बरकरार होने से अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे है.

नये शैक्षणिक सत्र के शुरू होने से लेकर अब तक लगभग 6 माह का समय बीत चुका है. कोरोना महामारी बीमारी को देखते हुए कक्षा पहली से लेकर 12 वीं कक्षाओं को पूरी तरह से बंद रखा था. इसके चलते केवल ऑनलाईन पढाई शुरू थी. ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर शिक्षक बच्चों के घरों में जाकर उन्हें पढा रहे थे तो कुछ शिक्षण प्रेमी युवकों ने बच्चों की पढाई खंडित ना हो इसके लिए विशेष वर्ग लेकर उन्हें पढाना जारी रखा था. पिछले माह सरकार के फैसले से ग्रामीण क्षेत्र में कक्षा 9वीं से लेकर 12 वीं कक्षाएं शुरू हो चुकी है. कोरोना को देखते हुए काफी एहतिहात बरता जा रहा है. केवल 6 परेड ही लिए जा रहे है. बच्चों को मास्क पहने रखने और सैनिटाईजर के इस्तेमाल पर विशेष जोर दिया जारहा है. इस समय ग्रामीण क्षेत्र में 90 प्रश स्कूलों में कक्षा 9वीं से लेकर 12 वीं तक की पढाई हो रही है. ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना के कम होते असर और विद्यार्थियों में पढाई को लेकर उत्साह को देखते हुए 5वीं से लेकर 8 वीं के विद्यार्थी भी अब स्कूल जाने के लिए आतुर है. स्कूली शिक्षा मंत्री के अनुसार राज्य के सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ विचार_विमर्श के बाद स्कूल पुन: शुरू करने के बारे में मुंबई, मुंबई उपनगरों, ठाणे, पुणे और नासिक जैसे बड़े शहरों को अधिसूचित किया जाएगा. इस वजह से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कक्षा 5  वीं से लेकर 8 वीं की कक्षाएं संभवत: अब अगले साल ही खुलेगी ऐसी संभावना है.

पढाई खंडित होने से बोर हो चुके है अभिभावक

कक्षा 5 वीं से लेकर 8 वीं के विद्यार्थियों की पढाई पूरी तरह से बंद होने के कारण इतनी लम्बी छुट्टियों के कारण विद्यार्थी और उनके अभिभावक काफी बोर हो चुके है. विद्यार्थियों का सारा दिन मौज मस्ती और खेलकूद में बीतने से उनके पढाई पर काफी असर हुआ है. अभिभावकों को अपने संतान के भविष्य की चिंता सताने लगी है. 

सरकारी आदेश मिलते ही करेंगे व्यवस्था – नरड

जिला माध्यमिक शिक्षणाधिकारी उल्हास नरड का कहना  है कि सरकार का आदेश मिलते ही कक्षा 5 वीं से लेकर 8 वीं तक की स्कूलें शुरू कर दी जाएगी. उन्होने बताया कि जिले में 9 वीं से लेकर 12  वीं की कुल 617 स्कूलों में से 491 कक्षाएं वर्तमान में शुरू है. लगभग 24 हजार विद्यार्थी नियमित रूप से पढाई के लिए आ रहे है. शेष स्कूलें कोरोना पॉजीटीव पाये जाने, आश्रमशालाएं होने और शहरी क्षेत्र के कान्वेंट होने से बंद है. फिलहाल 90 प्रश विद्यार्थी ग्रामीण क्षेत्र में स्कूलों में पहुंच रहे है.