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राजुरा. वेकोलि बल्लारपुर क्षेत्र अंतर्गत आने वाली अधिकांश कोयला खान राजुरा तहसील अंतर्गत आती है. राजुरा तहसील की सास्ती भूमिगत खान के अलावा अन्य सभी कोयला खान ओपनकास्ट है. ओपनकास्ट से कोयला निकालने के बाद खाली पडी जगह पर बबूल की कंटीली झाडिया उग आई है. इसकी वजह से इस परिसर में हिंसक जानवरों को पोषक वातावरण मिलने से उनका निवास बन गया है.

परिसर में अनेकों बार बाघ, तेंदुआ, जंगली सुअर, हिरण आदि दिखाई देते है. राजुरा तहसील में वेकोलि कोयला खानों का जाल बिछा है. अधिकांश स्थानों पर कंटीली झाडियां, बांस, बबूल के जंगल तैयार हो गए है. यहां पर हिंसक जानवरों ने अपना निवास बना लिया है. मार्ग से आवागमन करने वाले वेकोलि के कर्मियों को कई बार बाघ के दर्शन हुए है. 1 जून को नदी किनारे चरने गई पुंडलिक आस्वले की गाय पर बाघ ने हमला कर दिया जिसमें उसकी मृत्यु हो गई.

वेकोलि द्वारा कोयला उत्खनन के लिए मिटटी की खुदाई की जाती है. यह मट्टिी पास में डंप कर दी जाती है. जो पहाडनुमा टीले बन जाते है. इन्ही टीलों पर कंटीली झाडिया उग आई है. यहां बनाये मट्टिी के टीले और झाडियों को साफ करने के आदेश राजुरा वनविभाग ने 18 मार्च और 17 अगस्त 2018 में दिए थे. किंतु आदेश की ओर ध्यान नहीं दिया गया. इससे जंगली जानवरों का परिसर में आना जाना सामान्य बात हो गई है. जिससे नागरिकों में दहशत बनी है. इसलिए वेकोलि से इस ओर ध्यान देने की मांग की है.