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प्रतीकात्मक तस्वीर

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    • तीसरे दिन से शुरु हुआ सीमेंट कंपनी में उत्पादन

    चंद्रपुर/गडचांदुर. कोरपना तहसील के नारंडा स्थित मुरली सीमेंट कंपनी में हजारों कामगार कार्यरत थे. बाद में कंपनी ठप पड गई नतीजा हजारों कामगार बेरोजगार हो गए. इन कामगारों को कंपनी की ओर से किसी प्रकार का मुआवजा नहीं दिया गया. मुरली सीमेंट कंपनी को डालमिया भारत सीमेंट कंपनी ने टेकओवर किया. इसलिए कंपनी पहले पुराने कामगारों को काम पर ले इस मांग के लिए नारंडा सीमेंट कामगार संघ ने आंदोलन शुरु किया है. आंदोलन का आज चौथा दिन है.

    आंदोलनकारियों का आरोप है कि डालमिया ने टेकओवर के समय पर आश्वासन दिया था कि पुराने कामगारों को लिया जाएगा. किंतु स्थानीय कामगारों को नहीं लिया, ना ही उनके बकाया का भुगतान किया गया और कंपनी ने परप्रांतिय मजदुरों को लेकर उत्पादन शुरु कर दिया. इस अन्याय के खिलाफ कामगार संघ ने मंगलवार से कंपनी के बाहर आंदोलन शुरु किया और पहले पुराने कामगारों को ले इसके बाद कंपनी शुरु करे इस मांग के लिए सीमेंट कंपनी का उत्पादन पूरी तरह से ठप कर दिया. गुरुवार की शाम कंपनी के अधिकारी, पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच चर्चा शुरु हुई.

    चर्चा के दौरान कंपनी ने 7 दिनों का समय मांगा और कहा कि कंपनी में सीमेंट का उत्पादन करने दिया जाये. जिसके बाद गुरुवार की शाम से सीमेंट कंपनी में उत्पादन शुरु है. किंतु कामगार संघ ने जब तक मांग पूरी नहीं होती आंदोलन शुरु रखने की चेतावनी दी थी. इसलिए अब भी आंदोलन शुरु है. ऐसी जानकारी नारंडा सीमेंट कामगार संघ के अध्यक्ष मनोज भटारकर, शाखा सचिव रमेश वेट्टी, सचिन भोयर, गुरुदेव वरहाटे, बालाजी शिंदे आदि ने की है.

    पूर्व विधायक ने चटप ने की आंदोलनकारियों से मुलाकात

    कामागरों के आंदोलन की जानकारी मिलने पर पूर्व विधायक अधि. वामनराव चटप, राकां नेता सैयद आबीद अली ने आंदोलनकारियों से मिलकर उनकी भावनाओं को जाना. नेताओं ने मांग को उचित ठहराया है. जिससे आंदोलनकारियों को बल मिला है.