Dharmendra Pradhan

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रायपुर. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने कांग्रेस नेता शशि थरूर (Congress Leader Shashi Tharoor) के लाहौर (Lahore) के एक कार्यक्रम में दिए गए बयान को लेकर कहा है कि कांग्रेस का नेतृत्व पाकिस्तान (Pakistan) की भाषा बोल रहा है। रायपुर (Raipur) में आयोजित छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी (Chhatisgarh BJP) की कार्य समिति की बैठक को दिल्ली से संबोधित करते हुए प्रधान ने लद्दाख (Ladakh) में भारतीय और चीनी सेना के बीच हुई झड़प को लेकर भारत सरकार पर सवाल उठाए जाने पर भी आपत्ति जताई।

केंद्रीय मंत्री ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि आज कांग्रेस पार्टी को क्या हो गया है। वह दो देशों का उदाहरण दे रहे हैं। पाकिस्तान और चीन का। हमसे पूछते हैं कि लद्दाख में क्या हुआ। प्रधानमंत्री लद्दाख जाकर चीन को चेतावनी देकर आए हैं कि भारत के पास जवाब देने की क्षमता है।

प्रधान ने कहा कि जिन्होंने वर्ष 1962 में अक्साई चीन समर्पित कर दिया, आज वे चीन की ओर से भारत सरकार की व्यवस्था पर प्रश्न उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ उन्हें हर चीज में पाकिस्तान ही दिखता है। आपको दशकों तक शासन करने का मौका मिला। देश में भी और राज्यों में भी। यदि कोई राजनीतिक विश्लेषक इसपर अध्ययन करे तो देश की बदहाली के लिए आपको जिम्मेदार पाएगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शशि थरूर ने कहा है कि भारत में मुसलमानों को कोरोना वायरस संक्रमण संबंधी चिकित्सकीय लाभ नहीं दिया जा रहा है। ऐसा कौन सोच सकता है। भारत में कांग्रेस का नेतृत्व पाकिस्तान की भाषा बोल रहा है।

प्रधान ने कहा कि पूरी दुनिया और अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस के प्रभाव का खामियाजा भुगत रही है। संसाधनों से भरपूर होने के बाद भी अमेरिका जैसे देशों में तीसरी बार कोरोना की लहर चल रही है। विश्व का ऐसा कोई भी देश नहीं जहां कोरोना का प्रभाव नहीं है। लेकिन भारत में लोगों की सामूहिक इच्छाशक्ति और प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शिता के कारण स्थिति काफी बेहतर है।

केंद्रीय मंत्री ने छत्तीसगढ़ सरकार को लेकर कहा कि छत्तीसगढ़ में जिनके हाथ में शासन है, उन्हें अपने राजनीतिक हित के अलावा कुछ समझ में नहीं आ रहा है। छत्तीसगढ़ की जनता की सुरक्षा और भलाई उनके एजेंडे में नहीं है। जिस खानदान के राजकुमार के कारण वे सत्ता में बैठे हैं, वे केवल यह सोच रहे हैं कि उस राजकुमार को क्या अच्छा लगेगा। इस तरह की राजनीति उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए सोची है।

प्रधान ने नए कृषि कानूनों को लेकर कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों को इससे सबसे अधिक लाभ होगा। उन्होंने कहा कि नए कानूनों से कृषि क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा मिलेगा और किसानों को बाजार में स्वतंत्रता सुनिश्चित होगी। आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ के किसानों की अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंच होगी। राज्य से कृषि उपज का निर्यात किया जाएगा। किसानों को अब सरकार की भंडारण प्रणाली पर भी निर्भर नहीं होना पड़ेगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों के लिए बुनियादी ढांचे के विकास के लिए लगभग एक लाख करोड़ रुपये के निवेश का प्रावधान किया गया है। इन सभी आर्थिक नीतियों से छत्तीसगढ़ के किसानों को लाभ होगा। प्रधान ने कहा कि केंद्र सरकार ने चावल से बड़े पैमाने पर इथेनॉल के निर्माण की योजना बनाई है।

उन्होंने कहा, “हम अपने पेट्रोलियम उत्पादों की जरूरतों को पूरा करने के लिए विभिन्न देशों से कच्चे तेल के आयात के लिए लगभग आठ लाख करोड़ रुपये खर्च करते हैं। वैज्ञानिकों ने प्रमाणित किया है कि चावल का उपयोग इथेनॉल के निर्माण में किया जा सकता है, जिसका उपयोग वाहनों को चलाने के लिए भी किया जा सकता है।”

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “हम 2021 में लगभग 100 करोड़ लीटर इथेनॉल खरीदेंगे। भारतीय खाद्य निगम में रखे पुराने चावल का इस्तेमाल इस उद्देश्य के लिए किया जाएगा। इससे छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों को फायदा पहुंचेगा।”