बीजापुर. छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले में अगवा किए गए जवान राकेश्वर सिंह मनहास को नक्सलियों ने रिहा कर दिया है। पति की रिहाई पर जवान की पत्नी ने सरकार को धन्यवाद कहा है। नक्सलियों द्वारा जवान को रिहा करने के बाद उन्हें सुरक्षित बीजापुर लाया गया है, जहां उनकी मेडिकल जांच होगी।
बता दें कि राज्य के धुर नक्सल प्रभावित सुकमा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में शनिवार को नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के 22 जवान शहीद हो गए थे। जबकि 31 अन्य जवान घायल हुए थे। घटना के बाद से सीआरपीएफ 210 कोबरा बटालियन का जवान राकेश्वर सिंह मनहास लापता थे। लापता जवान की तलाश के दौरान मंगलवार को माओवादियों ने एक कथित बयान जारी कर जवान राकेश्वर के अपने कब्जे में होने की जानकारी दी थी तथा कहा था कि राज्य सरकार जवान को रिहा कराने के लिए मध्यस्थों के नामों की घोषणा करे तब तक जवान को वह अपने कब्जे में रखेंगे। माओवादियों ने इसके अलावा कोई अन्य मांग नहीं की थी।
CoBRA jawan Rakeshwar Singh Manhas kidnapped by Naxals during Bijapur attack on April 3, has been released by them: Police sources pic.twitter.com/7ikLXFd8Ym
— ANI (@ANI) April 8, 2021
उधर राकेश्वर सिंह को अगवा करने की जानकारी मिलते जम्मू स्थित उनके परिवार के सदस्य लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी रिहाई की गुहार लगा रहे थे। वहीं बुधवार को राकेश्वर सिंह को नक्सलियों के कब्जे से छुड़ाने के लिए खौड़ के गांव पगांली, भोरपुर, दानपुर, मट्टू, चक मलाल सहित अन्य कई गांवों के लोगों ने प्रदर्शन किया था। इस दौरान गांव मट्टू पुली के पास अखनूर-पलांवाला मुख्य मार्ग को बंद रखा गया था।
वहीं अब पति के रिहाई की खबर मिलते ही उनके परिवार में खुशी का माहौल हैं। जवान की पत्नी मीनू मनहास ने कहा, “मैं भगवान का, केंद्र और छत्तीसगढ़ सरकार का, मीडिया और सेना का धन्यवाद करती हूं। आज मेरी जिन्दगी में सबसे खुशी का दिन है।”
Today is the happiest day of my life. I always remained hopeful of his return. I thank the government: Meenu, wife of CRPF jawan Rakeshwar Singh Manhas pic.twitter.com/wFoEQ9sZ3f
— ANI (@ANI) April 8, 2021
कोबरा जवान की मां कुंती देवी ने कहा, “हम बहुत ज्यादा खुश हैं। जो हमारे बेटे को छोड़ रहे हैं उनका भी धन्यवाद करती हूं। भगवान का भी धन्यवाद करती हूं। जब सरकार की बात हो रही थी तो मुझे थोड़ा भरोसा तो था परन्तु विश्वास नहीं हो रहा था।
बीजापुर के SP ने कहा कि, “जैसे ही हमें पता चला कि हमारा एक जवान नक्सलियों के कब्जें में हैं, उसी वक्त हमने उन्हें छुड़ाने के प्रयास शुरू कर दिए थे। अभी डॉक्टर राकेश्वर सिंह मन्हास की चिकित्सा जांच कर रहे हैं।”
वहीं एक अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘कोबरा’ कमांडो राकेश्वर सिंह मिन्हास से फोन पर बात की और उनका कुशलक्षेम जाना।