More than 350 workers will come to their states in two days by plane

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रायपुर.  देश भर में जारी लॉकडाउन के कारण कनार्टक में फंसे छत्तीसगढ़ के 180 श्रमिक बृहस्पतिवार को विमान से रायपुर पहुंचेंगे। बेंगलुरु और हैदराबाद विधि विश्वविद्यालय के सहयोग से 350 से अधिक श्रमिक दो दिनों में अपने घर पहुंचेंगे। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को यहां बताया कि छत्तीसगढ़ के 180 प्रवासी मजदूरों को लेकर चार जून को बेंगलुरु से विशेष विमान रायपुर पहुंचेगा। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट करके यह जानकारी दी है और बताया है कि बेंगलुरु और हैदराबाद विधि विश्वविद्याल के सहयोग से विशेष विमान से श्रमिक रायपुर पहुंचेंगे। उन्होंने इस सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया है, साथ ही बताया है कि हम इन सभी श्रमिकों को उनके गृह जिलों के पृथक-वास केंद्र पहुंचाने का इंतजाम कर रहे हैं। \

रायपुर जिले के प्रभारी कलेक्टर सौरभ कुमार ने बताया कि यह राहत विमान चार जून को बेंगलुरु से सुबह आठ बजे रवाना होकर सुबह नौ बजकर 50 मिनट पर रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल पहुंचेगा। इसमें बलौदाबाजार, महासमुंद, जांजगीर चांपा, पेन्ड्रा गौरेला मरवाही, नारायणपुर जिले के श्रमिक आएंगे। इसी तरह पांच जून को 174 श्रमिक आएंगे। इन श्रमिकों के चिकित्सा जांच के उपरांत भोजन उपलब्ध कराया जाएगा और फिर उन्हें संबंधित जिलों में भेजा जाएगा। दोनों विमान विशेष श्रमिक विमान है, जिन्हें श्रमिकों को लाने के लिए तय किया गया है। वहीं समर्थ चैरिटेबल ट्रस्ट की सदस्य मंजीत कौर बल ने बताया कि कर्नाटक में फंसे छत्तीसगढ़ के लगभग 350 श्रमिकों को अगले दो दिनों में हवाई जहाज से रायपुर लाया जाएगा। नलसार हैदराबाद, राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय बेंगलुरु और छत्तीसगढ़ के समर्थ चैरिटेबल ट्रस्ट तथा वी द पीपल संस्था की पहल पर इन श्रमिकों को रायपुर लाया जा रहा है।

बल ने बताया कि चार जून के लिए राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय बेंगलुरु ने हवाई यात्रा की व्यवस्था की है। वहीं पांच जून हवाई यात्रा के लिए नलसार हैदराबाद के पूर्व छात्रों ने इंडिगो विमान के साथ अपनी तैयारी पूरी कर ली है। इस विमान में 174 श्रमिक बेंगलुरु से रवाना होंगे। उन्होंने बताया कि बेंगलुरु में श्रमिकों को विमानतल तक लाने से लेकर उनके भोजन व्यवस्था और पहचान पत्र की तैयारी के लिए अज़ीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ आगमन के बाद इन सभी श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच की व्यवस्था विमानतल पर ही की गई है तथा उनके गृह जिले तक पहुंचाने के लिये बस की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की गई है।