Gumla encounter: Naxalites run into forest, arms recovered
File Photo

Loading

दंतेवाड़ा.  छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में चल रहे लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर नक्सली दंपत्ति ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस अधिकारी ने इसकी जानकारी दी । दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने गुरूवार को बताया कि बुधवार को विशिष्ठ पुलिस अधिकारियों और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के वरिष्ठ अधिकारियों के समाने नक्सली प्रकाश करटामी और उसकी पत्नी हड़मे करटामी ने आत्मसमर्पण कर दिया ।

पल्लव ने बताया कि प्रकाश प्लाटून नंबर 24 का सदस्य है। वह बस्तर क्षेत्र में कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है और उसके खिलाफ वर्ष 2015 में चोलनार गांव के करीब पुलिस वाहन को बारूदी सुरंग में उड़ाने की घटना में शमिल होने का आरोप है। उन्होंने बताया कि इस घटना में पांच जवान शहीद हो गए थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रकाश के सर पर दो लाख रूपए का इनाम है। उन्होंने बताया कि प्रकाश की पत्नी हड़मे पड़ोसी सुकमा जिले की निवासी है। वह चेतना नाट्य मंच की सदस्य है और वह वर्ष 2012 से नक्सली संगठन में शामिल है।

उसके खिलाफ माओवादियों का प्रचार प्रसार करने, माओवादियों के साथ ग्रामीणों की बैठक बुलाने समेत अन्य कार्यों में शामिल होने का आरोप है। पल्लव ने बताया कि नक्सलियों ने पुलिस को बताया है कि उन्होंने माओवादियों की खोखली विचारधारा और हिंसा से तंग आकर तथा जिले में चल रहे लोन वर्राटू :घर वापस लौट आओ: अभियान से प्रेरित होकर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है। उन्होंने बताया कि नक्सलियों को प्रोत्साहन राशि 10-10 हजार रूपए प्रदान किया गया है। नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले की पुलिस ने जिले में नक्सलियों को मुख्यधारा में शामिल होने के लिये ‘लोन वर्राटू’ अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत गांव में वहां के निवासी इनामी नक्सलियों का बैनर पोस्टर लगाया गया है। जिले में इस अभियान के बाद 28 नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।