कोरोना का नया वैरिएंट ‘लैम्बडा’ है बेहद खतरनाक, डेल्टा से भी ज्यादा मचा सकता है तबाही, जानें इसके बारे में सब कुछ

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    नई दिल्ली : पूरी दुनिया इस महामारी से लड़ने में जद्दोजहद कर रही हैं। सभी उम्मीद लगाए बैठे है की कुछ वक्त बाद सब ठीक हो जायेगा लेकिन मुसीबतें थमने का नाम नहीं ले रही है। दुनिया में डेल्टा से हो रही परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं तभी कोरोना का और एक नया वैरिएंट आया हैं जिसका नाम लैम्बडा वेरिएंट है। इस लैम्बडा वैरिएंट को सबसे ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। हालांकि कोरोना वायरस का यह नया लैम्बडा वैरिएंट अब तक भारत में नहीं पाया गया है। 

    30 से अधिक देशों में पाया गया लैम्बडा वैरिएंट

    डेल्टा पूरी दुनिया पर छाया हुआ हैं। मलेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में डाल दिया है। मंत्रालय ने जानकारी दी है कि अब तक 30 से अधिक देशों में लैम्बडा वेरिएंट के मामले मिले हैं। मलेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को ट्वीट किया और बताया कि लैम्बडा स्ट्रेन पेरू में सबसे पहले पाया गया, यह दुनिया में सबसे ज्यादा मृत्यु दर वाला देश है।स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक ब्रिटेन में भी लैम्बडा वैरिएंट के कुछ मामले सामने आए हैं। बता दें कि कुछ स्वास्थ्य अधिकारी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि ये वैरिएंट डेल्टा की तुलना में अधिक संक्रमक हो सकता है। पैन अमेरिकी स्वास्थ्य संगठन के हवाले से बताया गया कि पेरू में मई और जून के दौरान कोरोना वायरस के दर्ज किए गए कुल मामलों में से 82 प्रतिशत मामलों में लैम्बडा वेरिएंट पाया गया था।

    WHO ने बताया चिंताजनक 

    वहीं चिली में मई और जून में दर्ज किए गए कुल मामलों में से 31 प्रतिशत मामलों में लैम्बडा वैरिएंट की पुष्टि हुई है। डब्ल्यूएचओ ने पहले ही लैम्बडा वैरिएंट को दक्षिण अमेरिका में वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित कर दिया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि लैम्बडा बाकी म्यूटेंट्स से ज्यादा आक्रामक है और एंटीबॉडी पर तेज हमला करता है। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के अनुसार ब्रिटेन में लैम्बडा के अब तक 6 मामले सामने आए हैं। ब्रिटेन के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, फिलहाल इस बात का कोई साक्ष्य नहीं है कि इस वैरिएंट के चलते ज्यादा गंभीर बीमारी हो सकती है या ये टीकों को भी बाइपाइस कर सकता है।