नयी दिल्ली. उद्योगपति और रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के प्रमुख मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने मंगलवार को कहा कि भारत अगले दो दशक में दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं (Economy) में से एक होगा और इस दौरान प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक हो जाएगी। उन्होंने फेसबुक के प्रमुख मार्क जुकरबर्ग के साथ एक बातचीत में कहा कि भारत का मध्यमवर्ग देश के कुल परिवारों का करीब 50 प्रतिशत है।
इसमें प्रति वर्ष तीन से चार प्रतिशत की दर से वृद्धि होगी। पेट्रोलियम से लेकर खुदरा और दूरसंचार कारोबार करने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रमुख अंबानी ने कहा, “मेरा मानना है कि अगले दो दशक में भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा।”
उन्होंने कहा कि इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि देश एक प्रमुख डिजिटल समाज बन जाएगा, जिसे युवा चलाएंगे। इस दौरान, “हमारी प्रति व्यक्ति आय 1,800-2,000 अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 5,000 अमरीकी डॉलर हो जाएगी।” अंबानी ने कहा कि फेसबुक, जियो और दुनिया की कई दूसरी कंपनियों और उद्यमियों के पास भारत में कारोबार करने, इसके आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन का हिस्सा बनने का एक सुनहरा अवसर है। आने वाले दशकों में आर्थिक और सामजिक बदलाव और तेज होंगे। उन्होंने कहा कि भारत ने कोविड संकट का सामना मजबूत और पूरे संकल्प के साथ किया।
देश के इस प्रमुख उद्योगपति ने कहा, “जिस पैमाने पर कोविड-19 महामारी फैली है, उसने पूरी दुनिया समेत भारतीयों को भी हैरत में डाला। लेकिन मुझे लगता है कि संकट से घबराने की बात भारत के डीएनए में नहीं है।” उन्होंने कहा कि हर संकट वृद्धि के लिये एक अवसर भी देता है। उन्होंने कहा कि भारत 2021 की पहली छमाही में दुनिया के साथ ही सबसे बड़े टीका कार्यक्रमों में से एक को क्रियान्वित करने को तैयार है।
अंबानी ने कहा कि कोविड-19 के लिये अलग से अस्पताल बनाने से लेकर पीपीई किट के उत्पादन और वंचित तबकों के लिये खाना वितरण कार्यक्रम के लिये रिलायंस और रिलायंस फाउंडेशन ने कई कदम उठाये। जियो ने संकट की इस घड़ी में कनेक्टिविटी को सुनिश्चित किया और ‘नेटवर्क ट्रैफिक’ में वृद्धि का प्रबंधन किया।
उन्होंने डिजिटल इंडिया कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा, “…अगर यह महामारी चार-पांच साल पहले आती, हम उतने अच्छे तरीके से उसे निपटने में संभवत: सक्षम नहीं होते, जितने आज हम हैं। इसका श्रेय उस कनेक्टिविटी को जाता है, जो हमारे पास है।”
अंबानी ने कहा कि महामारी के दौरान भारत ने इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित किया। उन्होंने जियो प्लेटफार्म्स में इस साल की शुरूआत में फेसबुक के 43,574 करोड़ रुपये के निवेश का जिक्र करते हुए कहा, “हमारे पास अपने उदाहरण है कि किस प्रकार जियो और फेसबुक ने लॉकडाउन के बीच भागीदारी समझौते को पूरा किया।”
उल्लेखनीय है कि जियो प्लेटफार्म्स ने कोरोना काल के दौरान ही फेसबुक, गूगल और सिल्वर लेक जैसे निवेशकों से करीब 1,52,056 करोड़ रुपये जुटाये। (एजेंसी)