LIC Much Stronger Despite of Tough Competition

  • 65 वर्षों में विशाल वटवृक्ष बनी LIC
  • 74.58% हिस्सेदारी के साथ नंबर वन

Loading

मुंबई. देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) 1 सितंबर, 2021 को अपनी परिचालन के 66वें वर्ष में प्रवेश कर रही है। राष्ट्रीयकरण के उद्देश्य के अनुसार जीवन बीमा (Life Insurance) के संदेश को सभी बीमा योग्य लोगों तक उचित कीमत पर पहुंचाते हुए एलआईसी विगत 65 वर्षों में एक विशाल वटवृक्ष बन चुकी है। 

वर्ष 1956 में 5 करोड़ रुपए की शुरुआती पूंजी से शुरू हुई एलआईसी के पास आज 34,36,686 करोड़ रुपए (34.36 ट्रिलियन रुपए) के लाइफ फंड सहित 38,04,610 करोड़ रुपए (38.04 ट्रिलियन रुपए) का परिसंपत्ति आधार यानी प्रबंधन कोष (AUM) हो चुका है। वर्तमान अध्यक्ष एम. आर. कुमार के नेतृत्व में एलआईसी अपनी विकास गति और तेज कर रही है।

सभी आशंकाओं को झुठलाते हुए और मजबूत

देश में दो दशक पूर्व जब बीमा उद्योग को निजी कंपनियों के लिए खोला गया था तो यह आशंका ‍व्यक्त की गयी थी कि निजी कंपनियों की कड़ी प्रतिस्पर्धा के सामने एलआईसी का टिकना मुश्किल हो जाएगा, लेकिन सभी आशंकाओं को झुठलाते हुए एलईआईसी दिनों-दिन और मजबूत होती गई और 24 निजी कंपनियों की कड़ी प्रतिस्पर्धा को आसानी से झेलते हुए एलआईसी आज भी सबसे भरोसेमंद बीमा कंपनी बनी हुई है। साथ ही सबसे बड़ी बाजार हिस्सेदारी अर्थात प्रथम प्रीमियम आय में 66.18% और पॉलिसियों की संख्या में 74.58% हिस्सेदारी के साथ नंबर वन है। एलआईसी केवल भारत में ही नहीं, बल्कि 14 देशों में अपना विस्तार कर चुकी है।

विश्व का तीसरा सबसे मजबूत ब्रांड

‘ब्रांड फाइनेंस इंश्योरेंस 100’ द्वारा जारी एक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, एलआईसी ने विश्व के तीसरे सबसे मजबूत और 10वें सबसे मूल्यवान ब्रांड के रूप में स्थान प्राप्त किया है। वर्ष 2020-21 के दौरान एलआईसी द्वारा 31 मार्च, 2021 के अंत में 2.10 करोड़ नई पॉलिसियां पंजीकृत की गईं और प्रथम वर्ष के प्रीमियम में 1.84 लाख करोड़ रुपए की राशि एकत्र कर नव-व्यवसाय में 3.48% की वृद्धि हुई। कंपनी के पेंशन एवं समूह बीमा शीर्ष ने लगातार दो वर्षों तक ट्रिलियन मार्क पार कर नव व्यावसायिक प्रीमियम आय के रूप में 1,27,769 करोड़ रुपए एकत्रित किए।

1 लाख कर्मचारी और 13.53 लाख एजेंट 

एलआईसी का आज पूरे देश में विशाल नेटवर्क हैं। जिनमें 8 क्षेत्रीय कार्यालय, 113 मंडल कार्यालय, 74 ग्राहक क्षेत्र, 2048 शाखा कार्यालय, 1546 सैटेलाइट कार्यालय, 42,000 से अधिक प्रीमियम पॉइंट्स और लाइफ प्लस कार्यालय, एक लाख से अधिक कर्मचारी, 13.53 लाख एजेंट शामिल हैं। अपने इस नेटवर्क के माध्यम से कंपनी करोड़ों ग्राहकों को सेवाएं प्रदान कर रही हैं। इसके अलावा एलआईसी ने उत्पादकता बढ़ाने के लिए 8 पीएसयू बैंकों, 6 निजी बैंकों, 13 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, 41 सहकारी बैंकों और 1 विदेशी बैंक के साथ अनुबंध  किया है।

राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान

एलआईसी 1956 में अपनी स्थापना के बाद से ही पॉलिसी धारकों के साथ-साथ बड़े पैमाने पर समाज के सर्वोत्तम लाभ के लिए धन का उपयोग करके देश के वित्तीय और बुनियादी ढांचे के विकास में करने में हमेशा अग्रणी रही है। राष्ट्रीय प्राथमिकताएं और पॉलिसीधारकों को उचित रिटर्न एलआईसी के निवेश के मुख्य मानदंड हैं। 31 मार्च, 2021 को कुल मिलाकर राष्ट्र के विकास के लिए निवेश की गई कुल धनराशि 36,76,170 करोड़ रुपए (36.76 ट्रिलियन रुपए) है।

32 बीमा योजनाओं का बड़ा गुलदस्ता

आज एलआईसी में व्यक्तिगत व्यवसाय के तहत विक्रय के लिए 32 बीमा योजनाओं का एक गुलदस्ता उपलब्ध है, जिन से समाज के विभिन्न खण्डों की आवश्यकता पूर्ण होती है। जैसे बंदोबस्ती, आवधिक बीमा, बाल योजनाएं सूक्ष्म बीमा, स्वास्थ्य बीमा और यूनिट लिंक्ड (यूलिप) आदि। एलआईसी ग्राहकों को उनकी बदलती जरूरतों और बदलते समय के अनुसार सर्वोत्तम उत्पाद प्रदान कर रही है।

1.47 ट्रिलियन रुपए के दावों का निपटान

वर्ष 2020-21 में एलआईसी ने 1,47,754 करोड़ रुपए (1.47 ट्रिलियन रुपए) राशि के 229.15 लाख दावों का निपटारा किया है। एलआईसी हमेशा अपने ग्राहकों को परेशानी मुक्त सेवाएं प्रदान करने और विक्रय एवं सेवाओं को आसान बनाने के लिए प्रौद्योगिकी को अपनाने में भी अग्रणी रही है।

डिजिटल की तरफ बढ़ते कदम

एलआईसी ने ग्राहकों को एक सहज अनुभव प्रदान करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक प्रीमियम भुगतान के लिए विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म का लाभ उठाया है, जो कभी भी, कहीं भी प्रीमियम के भुगतान की सुविधा प्रदान करता है। प्रीमियम का भुगतान एंड्रॉयड और विंडोज फोन पर MY LIC डाउनलोड करके ऑनलाइन भी किया जा सकता है। डिजिटल बुनियादी ढांचे के माध्यम से नवीकरण प्रीमियम संग्रह लेनदेन अब तक संग्रहित कुल राशि के संदर्भ में 74.8% के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। ऋण चुकौती और ऋण ब्याज चुकौती की ऑनलाइन सुविधा ग्राहक पोर्टल के माध्यम से लॉगिंग के साथ या उसके बिना उपलब्ध है। ग्राहक पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन ऋण अनुरोध केवल प्रीमियर सेवा पंजीकृत ग्राहकों के लिए उपलब्ध है।