गोपाल शेट्टी का मानना है की अगर कोरोनावायरस से जंग जितनी है तो हम सबको मतलब मीडिया, राजनीतिज्ञ और पुलिस को एक साथ आना होगा।
नागपुर. नवभारत ने लॉकडाउन के चलते कोरोनावायरस के कारण निर्माण हुई चुनौतियों के बारे में लोगों को अवगत कराने के लिए कोविड-19 ई-चर्चा सत्र शुरू किया है। आज के e-चर्चा सत्र में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तर मुंबई से दूसरी बार संसद चुने गए गोपाल शेट्टी उपस्थित थे। इस चर्चा सत्र में गोपाल शेट्टी ने ‘कोरोनावायरस के पश्चात लॉकडाउन चुनौतियाँ’ इस विषय पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। गोपाल शेट्टी ने इस चर्चा सत्र की शुरुआत में बताया कि लॉकडाउन के दौरान के मुंबई जैसे बड़े शहर ने किस तरह की मुश्किलों का सामना किया है।
उन्होंने कहा, वर्तमान में मुंबई शहर भगवान के भरोसे चल रहा है। गोपाल शेट्टी का मानना है की अगर कोरोना वायरस से जंग जितनी है तो हम सबको मतलब मीडिया, राजनीतिज्ञ और पुलिस को एक साथ आना होगा। यह मुश्किल किसी एक के कारण उत्पन्न नही हुई है। हम सबको अपनी मानसिकता विकसित करनी पड़ेगी।
गोपाल शेट्टी ने कहा, कोरोना वायरस के बारे में अगर बात की जाए तो भारत के अलावा विकसित देश भी इस वायरस से काफी परेशान है। भारत की आर्थिक स्थिति विकसित देशों से काफी अलग है। भारत के पास ज्यादा पैसा नही है। साथ ही देश में स्वास्थ्य सुविधा का भी अभाव है। वर्तमान में मुंबई में कोरोना प्रकोप के कारण परिस्थति बहुत चिंताजनक हो गई है। मुंबई में अस्पतालों में मरीजों का इलाज करने के लिए जगह नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि, लोगों का पैसे से भी इलाज नहीं हो रहा है।
उन्होंने आगे कहा, आज कोरोनावायरस के कारण महानगर पालिका ने जगह जगह क्वारंटाइन सेंटर खोले है। लेकिन, कोई भी व्यक्ति वहा जाना नहीं चाहता। लोगों के दिल में डर बैठ गया है। इसलिए लोगों के दिलो से डर निकालने के लिए हमें निजी अस्पताल और छोटे क्लीनिक की मदद लेनी चाहिए। निजी अस्पताल को आर्थिक सहायता देकर वहा भी कोरोना मरीजों का इलाज करना चाहिए। गोपाल शेट्टी ने आगे कहा कि इस संकट की घडी में हमारे फायर ब्रिगेड के लोगों ने जल्द से जल्द जगह देखकर क्वारंटाइन सेंटर बनाने की इजाज़त देनी चाहिए। इससे लोगो का समय बचेगा और जनता की मदद भी होगी।
सांसद ने कहा, कोरोना के जंग में जो डॉक्टर दिन-रात लड़ रहे है उनकी मुंबई के जनता से बातचीत होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा, विदेशों का कोविड-19 और भारत के कोविड 19 में काफी अंतर है। भारत के लोगो की रोग प्रतिरोधक शक्ति काफी अच्छी है। इसलिए सरकार से जुड़े लोग या कोई अनुभवी डॉक्टर ने जनता से बातचीत करके उनका मनोबल बढ़ाना चाहिए। हमे इस संकट से उभरने के लिए एक साथ आना होगा। तभी हम सब सुरक्षित रह सकेंगे।
शुरुवात में मुंबई में कोविड-19 परिक्षण की सुविधा बहुत कम थी। लेकिन वर्तमान में इसमें काफी सुधार आया है। कोरोना परिक्षण बड़ी संख्या में हो रहे है। साथ ही लोग भी जागरूक हो रहे है। मामूली खासी बुखार होने पर कोरोना का परीक्षण कर रहे है। इसलिए वर्तमान में कोविड-19 मरीज़ो की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हालांकि विशेष बात यह है कि, मुंबई के कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 40% लोग ठीक होकर अपने घर गए है। यह सबसे बड़ी उपलब्धि है। गोपाल शेट्टी ने कहा कि, अब आगे हमें हमारी कार्य शैली में बदलाव करना होगा। साथ ही मुंबई शहर की स्वास्थ्य सुविधाएं भी विकसित करनी होगी।
उन्होंने बताया कि, लॉकडाउन के बाद हमें हमारी मानसिकता बदलनी होगी। मुंबई शहर में सबसे बड़ी हाउसिंग इंडस्ट्री है। यह इंडस्ट्री मुंबई में कई लोगों को रोज़गार देती है। लेकिन, इस इंडस्ट्री को चलाने के लिए भी उनके पास पैसा सही तरीके से पहुँचना चाहिए। पीएम ने ‘सरकार आपके द्वार’ योजना का सहयोग करना चाहिए।
गोपाल शेट्टी में मज़दूरों के मुद्दे पर बात करते हुए कहा, पीएम मोदी के आयुष्मान भारत योजना के तहत कई लोगों को मदद दी जा रही है। लेकिन, साल 2011 में बनाई गयी सूचि में कई लोगों का नाम नही है। इसलिए उन लोगों को इस योजना का लाभ नही मिल रहा है। उन्होंने कहा कि, जो इंसान 300 फ़ीट के घर में रहता है, उसे सरकार की हर योजना का लाभ होना चाहिए। साथ ही केंद्र और राज्य सरकार ने सीधे लोगों के पास पैसे पहुंचाने की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने आगे बताया कि, पिछले 60 दिनों से बीजेपी ने लोगों को खिचड़ी बाटने का काम शुरू किया है। बावजूद इसके सरकारने गरीब लोगों को कम दाम में राशन देने की घोषणा कि। इसके साथ-साथ देश के कई एनजीओ ने गरीब लोगों के घरों तक राशन का सामान पहुंचाने का काम किया।
उन्होंने कहा कि, आने वाले दिनों में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए सभी जन प्रतिनिधियों ने सामने आकर अपने अपने क्षेत्र में लोगों की मदद करनी चाहिए। वर्तमान की स्थिति को देखते हुए सभी ने एक साथ मिलकर काम करना चाहिए। तभी यह संकट की लड़ाई जित सकते है।
इसके अलावा, राजनीति के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार में बदलाव आना चाहिए। आने वाले दिनों में अगर बीजेपी, राष्ट्रवादी और शिवसेना की सरकार बनेगी तो राज्य को काफी लाभ होगा। महाराष्ट्र का भला होगा। संकट के समय में हम सबको साथ में मिलकर काम करने की आवश्यकता है। तभी यह संकट की लड़ाई जित सकते है।