आशीष भसीन ने कहा कि उन्होंने अपनी जीवन में कई बार उतार चढ़ाव देखे है।इस से पहले भी दुनिया में ऐसे कई संकट आए जिसके वजह से काफी देशो को काफी नुकसान हुआ था। हालांकि, उस स्तिथि में भी भारत में काम चल रहा था।
नागपुर. देश में कोरोनावायरस के कारण लॉकडाउन लागू हो गया है। इस लॉकडाउन के काफी लोगो को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस महामारी के कारण मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र पर किस तरह का प्रभाव पड़ने वाला है इसी विषय पर जानकारी देने के लिए नवभारत-नवराष्ट्र: LOCKDOWN VIBES कार्यक्रम के लाइव सेशन में Dentsu APAC के CEO आशीष भसीन उपस्तिथ थे। आशीष भसीन ने इस लाइव सेशन में दर्शकों को बताया कि आने वाले समय में हमें किस तरह की चुनौती को सामना करना पड़ सकता है।
आशीष भसीन ने कहा कि उन्होंने अपनी जीवन में कई बार उतार चढ़ाव देखे है।इस से पहले भी दुनिया में ऐसे कई संकट आए जिसके वजह से काफी देशो को काफी नुकसान हुआ था। हालांकि, उस स्तिथि में भी भारत में काम चल रहा था। लेकिन, अब कोविड 19 के कारण कोई भी कई नही जा सकता । हर जगह इस महामारी ने अपने पैर पसार दिए है।कोविड 19 के वजह से केवल भारत ही नही बल्कि पूरी दुनिया इस समय मुश्किल में फंसी हुई है। इस महामारी के वजह से आर्थिक ही बल्कि व्यक्ति के स्वास्थ पर भी असर होने वाला है। इस महामारी के चलते कई चीजें हमेशा के लिए भी बंद हो सकती है। यह ऐसा संकट है जिसका किसी को भी अनुभव नही है। सबके लिए यह एक चुनौती है। जिसका हर कोई डटकर सामना कर रहा है।
आशीष भसीन ने आगे कहा , अगर आप विज्ञापन क्षेत्र की बात करे तो इस महामारी का विज्ञापन पर काफी असर हुआ है। कोविड 19 से हर देश लड़ रहा है। कई पर इस वायरस का असर कम था तो कही पर ज्यादा। इस महामारी के कारण पुरे दुनिया के विज्ञापन इंडस्ट्री पर असर हुआ है। हम बात करे भारत के विज्ञापन इंडस्ट्री कि तो यहाँ के लोग काफी जज्बाती होते है। अगर मूड अच्छा होतो लोग रिस्क लेने की कोशिश करता है। लेकिन, अब कोविड 19 के कारण सभी लोग डरे हुए है। लॉकडाउन के कारण बड़ी कंपनी बंद हो गयी है। उनके मजदुर इस समय यहाँ नही है, ऐसे में उनको आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। इस समय विज्ञापन की सबसे बड़ी समस्या कॅश है।
उन्होंने आगे कहा, हमारे देश में 50 -60 प्रतिशत जीडीपी कृषि के जरिये मिल रही है। कृषि के माध्यम से हमें रोजगार मिल रहा है। कृषी बारिश पर निर्भर होती है। इस समय में बारिश काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। मौसम रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल सही समय में बारिश होगी। लेकिन, आने वाले 5 – 6 महीने काफी मुश्किल रहने वाले है। इस साल के पहले के महत्वपूर्ण महीने लॉकडाउन में चले गए है। जून जुलाई में वैसे भी विज्ञापन का बिज़नस कम होता है। अगर सब ठीक रहा था तो दिवाली तक सब कुछ ठीक हो सकता है।
आशीष भसीन ने आगे कहा ,हर मीडिया कंपनी साल के पहले महीने में ही विज्ञापन को लेकर ग्रोथ का अनुमान लगाती है। लेकिन, इस बार विज्ञापन इंडस्ट्री को करीब 15 हजार करोड़ का नुकसान हो सकता है। यह नुकसान कुछ जगह कम होगा कुछ जगह ज्यादा होगा। सिनेमा घरो में ज्यादा नुकसान होगा और इस नुकसान से बाहर आने के लिए ज्यादा समय भी लगेगा। वही डिजिटल विज्ञापन पर इस महामारी कम असर होगा।टेलीविजन इंडस्ट्री पर भी इस वायरस का असर होगा। टीवी पर पुराने शो दिखाया जा रहा है लेकिन, टीवी पर विज्ञापन ही नही है। वही, प्रिंट पर भी इसका असर होगा।
प्रिंट में इंग्लिश और रीजनल की ग्रोथ स्लो हो गयी थी। भारत की विज्ञापन इंडस्ट्री दुनिया की सबसे बड़ी इंडस्ट्री थी। लेकिन, इस बार सभी को भारी नुकसान हो रहा है। यहाँ हर मीडियम में ग्रोथ हो रही थी। लेकिन, अब कोविड 19 के बाद अब सब कम हो गया है। भारत में न्यूज़ पेपर्स को फिर से सब कुछ नए से शुरू करना पड़ेगा। जो न्यूज़ पेपर्स विज्ञापन पर आधारित है उनको काफी नुकसान होगा। कोविड 19 के कारण भारत के मीडिया और विज्ञापन के क्षेत्र में नुकसान हो रहा है। कही पर ज्यादा तो कही पर कम। लेकिन, हमें इस मुश्किल के समय में भी हार नही माननी है। हर स्तिथि कुछ नयी बाते सिखाती है।
आशीष भसीन ने आगे कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था जल्द ही ठीक हो जाएगी। अगर अर्थव्यवस्था ठीक होगी तो विज्ञापन इंडस्ट्री भी इस संकट से बाहर आ सकती है। आने वाले दिनों में सारी इंडस्ट्री में काफी बदलाव आने वाले है। लेकिन, हम जल्द ही इस मुश्किल की स्तिथि से बाहर निकलेंगे। आगे आशीष भसीन ने कहा, कोविड 19 का असर सब पर पड़ेगा। लेकिन, डिजिटल पर इसका असर कम पड़ेगा। लेकिन, फिर भी डिजिटल इस संकट से उभर पाएगी। आगे जाकर डिजिटल की मांग ज्यादा होगी। उ
न्होंने कहा, पिछले 100 साल से हमारी विज्ञापन की तकनीक में बदलाव नही आया है। लेकिन, अब सब में बदलाव् आने वाला है। अब लोग विज्ञापन देने से पहले अपना मुनाफ़ा देखेंगे। ऐसे में लोग डिजिटल के तरफ ज्यादा आकर्षित हो सकते है। उन्होंने कहा, डिजिटल के माध्यम से प्रिंट मीडिया का काफी फायदा हो सकता है। प्रिंट मीडिया का सबसे बड़ा आधार उनकी विश्वसनीयता होती है। आज बदलते समय के साथ फेक न्यूज़ का चलन ज्यादा हो गया है। ऐसे में प्रिंट की विश्वसनीयता काफी महत्पूर्ण साबित होती है। आज कल डिजिटल के माध्यम से न्यूज़ मिलना शुरू हो गया है। ऐसे में हर एक आदमी विश्वसनीयता के आधार पर कोई भी जानकारी जानना चाहता है। अगर प्रिंट मीडियम डिजिटल के साथ आ जाए तो काफी बदलाव देखने को मिल सकते है।
उन्होंने कहा, लोगो का सबसे ज्यादा लगाव न्यूज़ मीडियम से है। हर कोई न्यूज़ मीडियम से जुड़ा हुआ है। लॉकडाउन में सभी लोग टीवी से जुड़ा हुआ है। न्यूज़ मीडियम खुद में ही कुछ नया कर सकता है। मीडिया अगर एक साथ आए तो काफी बड़ी बात हो सकती है। आशीष भसीन ने आगे कहा, भारत में काफी जज्बाती लोग है। पूरी दुनिया में कोविड 19 का काफी असर हुआ है। काफी बड़े देशो में इस संकट से उभरने की कोशिश कर रहा है। भारत भी जल्द ही इस संकट से बाहर निकल पाएगी।
कोविड 19 के बाद मनोरंजन और विज्ञापन इंडस्ट्री के कंटेट में भी बदलाव आएगा। अब रियल टाइम मार्केटिंग शुरू हो गया है। कोविड 19 ख़त्म होने के बाद बेहद कुछ नया आएगा। लेकिन, उसमे थोडा समय लगेगा। आने वाले दिनों में लोगो को नयी बाते सिखने के लिए तैयार रहना पड़ेगा। बदलते समय के साथ खुद को अपडेट भी करना पड़ेगा। रेडिओ भी काफी स्ट्रोंग मीडियम है। हालांकि , कुछ दिनों के बाद रेडिओ का माहौल कम हो गया था। लेकिन, रेडिओ के माध्यम से रीजनल जानकारी मिलने में आसानी होगी। कोविड 19 के कारण इवेंट इंडस्ट्री का भी काफी नुकसान हो गया है। ऐसे में हर कोई वर्चुअल इवेंट्स के तरफ ज्यादा ध्यान देगा। आने वाले दिनों में वर्चुअल इवेंट्स का चलन शुरू हो जाएगा।