The brand that will win the trust of consumers will be the real market player in the future- Shashi Sinha

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आज नवभारत-नवराष्ट्र: LOCKDOWN VIBES कार्यक्रम के मंच आपने IPG Mediabrands के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) शशि सिन्हा को सुना, जिन्होंने कोरोना महामारी के पश्चात उपभोक्ता व्यवहार के बारे में बताया। सिन्हा ने बताया की कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन की वजह से साल दो साल तक और वैक्सीन नहीं आ जाने तक हानि होने की प्रबल संभावना है। ऐसे समय में लोग सतर्कता बरतेंगे और बाहर निकलने से भी बचेंगे।

उन्होंने बताया की इस संकट से निकलने के बाद जो कंपनी या ब्रांड अपने आपको भरोसेमंद साबित करने में सफल हो जाएंगी उन्ही का आगे तक भविष्य होने वाला हैं। उन्होंने उदाहरण तौर पर अमूल का ज़िक्र करते हुए कहा कि वह अपने प्रोडक्ट को बेचने के साथ साथ उपभोगताओं का विश्वास भी जीत रहे हैं। अमूल “मा का प्यार” टैग लाइन के साथ अपने विज्ञापन चला रहा है।  

उन्होंने यह भी बताया की लॉकडाउन खत्म होने तक और उसके बाद ज्यादातर कंपनियां डिजिटल प्लेटफार्म का रुख अपनाने वाली है। लेकिन उनके लिए चुनौती के तौर पर उपभोगताओं का भरोसा होगा ऐसे समय में जो कंपनी यह करने में सफल होती है वह अपने लिए अच्छा मार्केट तैयार कर लेगी और यह बहुत सुनहरा मौका है अपने आप को डिजिटल करने का।

भारत और विदेशों में आने वाले समय में होने वाले उपभोक्ता व्यवहार पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता सामाजिक होना पसंद करती है जबकि विदेशों में ऐसा नहीं है इसी कारण ऐसे संस्थानों को शुरूआती दौर में नुकसान होने की संभावना है जहां भारतीय लोग अपने परिवार, दोस्तों या अन्य से मिलना-जुलना पसंद करते थे.. जैसे सिनेमा घर, माल, रेस्टोरेंट्स इत्यादि। इसी के साथ हॉस्पिटैलिटी और टूरिज़्म जैसे क्षेत्रों को भी नुकसान होने की संभावना है अगर यह विभाग किसी तरह  उपभोगताओं को भरोसा दिला सके तो जल्दी ही उबर पाएगे।

भारतीय अर्थव्यवस्था और अभी के परिदृश्य को देखते हुए सिन्हा ने बताया की उपभोक्ता सस्ती चीजों की तरह बढ़ सकते है वही यह भी होगा की विश्वसनीय ब्रांड को लोग छोड़कर दूसरे विकल्प पर भी जा सकते है क्योंकि आने वाले समय में जिस प्रोडक्ट की मांग ज्यादा होगी उसकी आपूर्ति में दिक्कत आ सकती हैं। उदाहरण के लिए उन्होंने कहा कि “लोग मैगी खाना पसंद करते है अगर आगे इसकी मांग बढ़ी और आपूर्ति ना हो पाई तो लोग येप्पी खाना शुरू कर सकते है।” वही आने वाले समय में लोग सुरक्षा के उद्देश से पैक्ड प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ा सकते हैं।

प्रिंट मीडिया और डिजिटल मीडिया में होने वाले बदलावों पर उन्होंने कहा कि “कुछ समय तक हो सकता है लोग डर से या अपने बचाव के लिए इस्तेमाल कम कर देंगे लेकिन लोगों की विश्वसनीयता का सबसे पक्का माध्यम प्रिंट ही है तो समय इ साथ लोग वापस लौट आएगे। हम अगर डिजिटल मीडिया की बात करे तो यहाँ लोग भरोसा करने से थोड़ा कतराते है लेकिन अभी यही सेफ है तो लोग इसी माध्यम का इस्तेमाल करेंगे और यह भी हो सकता है की आगे इसी का इस्तेमाल किया जाए।

पोस्ट कोविद में उपभोक्ता व्यवहार पूरी तरह बदल जाएगा या नहीं इस सवाल पर सिन्हा ने बताया कि “ हां कई ऐसे क्षेत्र होंगे जहा पूरी तरह बदलाव हो सकता है लेकिन बाकि चीज़े सामान्य ही रहने वाली हैं उनमे ज्यादा बदलाव की उम्मीद नहीं है। वही एडवरटाइजिंग क्षेत्र की बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस समय के हालत को देखते हुए यह अंदाज़ा लगाया जा सकता है की इस सेक्टर को साल भर का समय लग जाए कोरोना के होने से पहले वाली परिस्थिति में आने के लिए। इसी के साथ उन्होंने सभी को सुरक्षित रहने की सलाह दी और नवभारत परिवार को धन्यवाद किया।