gavaskar
Pic : Wisden

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    नयी दिल्ली. अपनी बेहद मजबूत और सटीक बल्लेबाजी तकनीक के चलते विरोधी गेंबाजों के हौंसले पस्त करने वाले और लिटिल मास्टर (Little Master) के उपनाम से मशहूर पूर्व भारतीय ओपनर और कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) अब 72 साल के हो गए हैं। ठीक 34 साल पहले 1987 में क्रिकेट को अलविदा कर चुके गावस्कर के वैसे तो कई ऐसे अनोखे रिकॉर्ड हैं जो आज तक नहीं टूट सके हैं। 

    चलिए आज आपको बताते हैं उनके ऐसे ही कुछ बेहतरीन कारनामों के बारे में, जिनकी बराबरी कोई दूसरा बल्लेबाज अब तक नहीं कर सका है।

    डेब्यू सीरीज में मारे सबसे ज्यादा रन :

    जी हाँ सुनील गावस्कर ने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन टेस्ट में डेब्यू किया था। उस मैच में गावस्कर ने 65 और 67 रनों की पारी खेली थी और भारतीय टीम ने 7 विकेट से इसमें जीत हासिल की थी। इस सीरीज के 5 टेस्ट मैचों में गावस्कर ने 154.80 की औसत से 774 रन बनाए थे। इसमें 4 शतक और 3 अर्धशतक भी शामिल थे।

    वेस्टइंडीज के खिलाफ किसी भारतीय के सबसे ज्यादा शतक :

    यह भी तथ्य है कि गावस्कर के करियर के दौरान वेस्टइंडीज की टीम ज्यादातर समय तक दुनिया की सबसे मजबूत टीम रही। उस समय के कैरेबियाई तेज गेंदबाज दुनिया में सबसे खतरनाक माने जाते थे, लेकिन 5 फीट, 4 इंच के छोटे से कद वाले इस ‘लिटिल मास्टर’ गावस्कर ने माइकल होल्डिंग, जोएल गार्नर, एंडी रॉबर्ट्स और मैलकम मार्शल जैसे तूफानी गेंदबाजों का सामना करते हुए वेस्टइंडीज के खिलाफ 27 टेस्ट में 13 शतक ठोक दिए। 

    टेस्ट की चौथी पारी में सबसे ज्यादा शतक मारने वाला भारतीय बैट्समेन :

    विदित हो कि गावस्कर ने अपने पुरे टेस्ट करियर में कुल 34 शतक मारे थे। इनमें से 4 शतक तो उन्होंने किसी टेस्ट मैच की चौथी पारी में जमाए। बता दें कि मैच की चौथी पारी आते-आते आम तौर पर पिच काफी खराब हो जाती है। लेकिन गावस्कर तो गावस्कर ठहरे। उन्हें मुश्किल पिचों पर भी बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए जाना जाता था। चौथी पारी में 4 शतक आज भी एक बड़ा भारतीय रिकॉर्ड है। 

    3 बार टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जमाने वाले इकलौते भारतीय :

    यह भी एक तथ्य है कि सुनील गावस्कर ने अपने करियर में 3 बार टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक जमाया है। यह आज भी एक भारतीय रिकॉर्ड है। उन्होंने अपनी डेब्यू सीरीज में ही वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में 124 और 220 रन बनाए थे। इसके बाद 1978 में पाकिस्तान के खिलाफ कराची टेस्ट में 111 और 137 रनों की पारी खेली थे। फिर इसके 1 महीने बाद ही गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में 107 और 182 रनों की नाबाद पारी खेली थी।

    टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाला स्ट्राइकर-ओपनर :

    यूँ तो क्रिकेट में नियमानुसार एक साथ दो ओपनिंग बल्लेबाज पिच पर उतरते हैं। जो पहली गेंद खेलता है वह स्ट्राइकर ओपनर या नंबर-1 बल्लेबाज माना जाता है। तो जनाब यह भी जान लीजिये कि टेस्ट में बैटिंग ऑर्डर में नंबर-1 पॉजीशन पर सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड आज भी सुनील गावस्कर के नाम ही महफूज है। जी हाँ उन्होंने नंबर-1 पर बल्लेबाजी करते हुए 186 पारियों में 8,511 रन बनाए हैं। जो अब तक दुनिया में सबसे ज्यादा हैं। इसके बाद इंग्लैंड के ग्राहम गूच 7,598 रन के साथ दूसरे स्थान पर काबिज हैं।