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    -विनय कुमार

    भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर (Dilip Vengsarkar) ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज ,(England vs India Test Series in England 2021) को लेकर विराट कोहली और समूची टीम को सतर्क किया है। भारतीय टीम के चीफ सिलेक्टर रह चुके दिलीप वेंगसरकर का मानना है कि इंग्लैंड के विकेटों पर अच्छा प्रदर्शन के लिए भारतीय बल्लेबाजों अपनी बैटिंग टेक्निक और माइंड को एडजस्ट करने की जरूरत है।

    क्रिकेट का इतिहास बताता है कि, टीम इंडिया ने 1986 में खेले गए टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड को उसी की जमीन पर 2-0 से हराया था। और इस जीत के सूत्रधार दिलीप वेंगसरकर ही थे। रिकॉर्ड्स बताते हैं कि, भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ उसके होम ग्राउंड पर अब तक 18 टेस्ट सीरीज खेले हैं। उनमें से भारत 3 सीरीज (1971, 1986 और 2007) ही जीत पाया है। भारत ने 1971 में 3 टेस्ट की सीरीज 1-0, 1986 में इतने ही मैच की सीरीज में इंग्लैंड को 2-0 से हराया था और आज से करीब 14 साल पहले 2007 में भी भारत ने 3 मैचों की टेस्ट की में इंग्लैंड को 1-0 से हराया था।

    क्रिकेट की दुनिया में ‘कर्नल’ के नाम से मशहूर टीम इंडिया में पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर (Dilip Vengsarkar) ने ‘Khaleez Times’ से कहा, “हम उन दिनों बहुत किस्मतवाले थे। हमें काउंटी क्रिकेट में खेलने का मौका मिलता था। इस कारण हम इंग्लैंड में खेलने के अभ्यस्त  (habitual) हो जाते थे। यही कारण था कि हम वहां की आबो-हवा से जल्दी वाकिफ हो जाते थे। ऑफ विकेट ,,(off-wicket) पर जो गेंद घूमती थी, उसे हम बेहतर तरीके से खेल जाते थे। भारतीय बैट्समैन को भी ऐसा ही करना चाहिए।’l”

    ‘कर्नल’ ने आगे कहा, “जब आप इंग्लैंड में बल्लेबाजी (batting in England Pitches) शुरू करते हैं, तो लॉन्ग ड्राइव के लिए मत जाइए, क्योंकि वहां गेंद काफी घूमती है। अगर आप हॉफ वॉली देखते हुए लॉन्ग ड्राइव के लिए जाएंगे तो आपकी पारी स्लिप या कहीं भी खत्म होने की आशंका है। ऐसे में लॉन्ग ड्राइव (Long Drive) पर जाने की बजाय गेंद को पुश करें। इंग्लैंड में कभी-कभी बादल छा जाते हैं। इससे गेंद स्विंग और घूमने लगती है। हालांकि, एक बात ये भी है कि वहां अचानक धूप भी निकल आती है। इस कारण से पिच बल्लेबाजों को मदद करती है।”

    उन्होंने कहा, “इंग्लैंड में आपको एक ही  दिन में मौसम के अलग-अलग मिजाज़ देखने को मिलते हैं। यही कारण है कि बतौर बल्लेबाज आप कभी सेटल नहीं हो पाते हैं। भारत में जब आप एक बार बल्लेबाजी करते हुए सेट हो जाते हैं, यानी 30 से ज्यादा रन बना लेते हैं, तो आप लम्बी पारी खेल सकते हैं। लेकिन, इंग्लैंड में ऐसा नहीं है। आप वहां की  विकेट पर कभी सेट नहीं हो सकते हैं। वहां, गेंद काफी स्विंग (Ball swings) और इधर-उधर घूमती रहती है। इस बात को लेकर आपको सचेत रहना होगा।”