CSK almost out of playoff after loss to MI, captain Dhoni said, will try new faces in next 3 matches

Loading

अबुधाबी. चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ मजबूत स्थिति में होने के बावजूद बुधवार को इंडियन प्रीमियर लीग मुकाबले में 10 रन की हार के लिए बल्लेबाजों को जिम्मेदार ठहराया। नाइट राइडर्स ने सलामी बल्लेबाज राहुल त्रिपाठी (81) के शानदार अर्धशतक की बदौलत 167 रन बनाए जिसके जवाब में सुपरकिंग्स की टीम शेन वाटसन (50) के अर्धशतक और अंबाती रायुडू (30) के साथ दूसरे विकेट की उनकी 69 रन की साझेदारी के बावजूद पांच विकेट पर 157 रन ही बना सकी। सुपरकिंग्स की टीम एक समय 10 ओवर में एक विकेट पर 90 रन बनाकर बेहद मजबूत स्थिति में थी लेकिन सुनील नारायण (31 रन पर एक विकेट), वरूण चक्रवर्ती (28 रन पर एक विकेट) और आंद्रे रसेल (18 रन पर एक विकेट) ने आखिरी 10 ओवरों में शानदार गेंदबाजी करते हुए नाइट राइडर्स को जोरदार वापसी और जीत दिलाई।

धोनी ने मैच के बाद कहा, ‘‘बीच के ओवरों में उन्होंने दो या तीन ओवर काफी अच्छे फेंके। हमने इस दौरान विकेट गंवाए। अगर इस चरण के दौरान हमारी बल्लेबाजी बेहतर होती तो नतीजा अलग हो सकता था। शुरुआत में हमने नई गेंद से काफी रन दे दिए। कर्ण शर्मा ने काफी अच्छी गेंदबाज की। गेंदबाजों ने उन्हें 160 (167 रन) रन पर रोक दिया लेकिन बल्लेबाजों ने हमें निराश किया।” उन्होंने कहा, ‘‘अंतिम ओवरों में अगर आखिरी ओवर को छोड़ दिया जाए तो हम बाउंड्री नहीं लगा पाए और ऐसी स्थिति में आपको कुछ नया करना होता है। अगर कोई छोटी गेंद कर रहा है तो आपको बाउंड्री जड़ने के तरीके ढूंढने होते हैं।” नाइट राइडर्स के कप्तान दिनेश कार्तिक ने जीत के बाद अपने खिलाड़ियों की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि वे उनके भरोसे पर खरे उतरे।

कार्तिक ने कहा, ‘‘हमारी टीम में कुछ अहम खिलाड़ी हैं। सुनील नारायण उनमें से एक है। हम कम से कम इतना तो कर सकते हैं कि उसका साथ दें। एक खिलाड़ी के रूप में मुझे उस पर काफी गर्व है। हमने सोचा कि राहुल को ऊपर भेजकर हम सुनील पर से दबाव कुछ कम कर सकते हैं।” उन्होंने कहा, ‘‘हमारी बल्लेबाजी में काफी लचीलापन है। मैंने तीसरे नंबर से शुरुआत की, मैं अब सातवें नंबर पर खेल रहा हूं। यह अच्छी चीज है। हमने शुरुआत से जिस तरह की बल्लेबाजी की उसे देखते हुए उन्होंने (सुपरकिंग्स ने) काफी अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन मुझे सुनील और वरूण पर काफी यकीन था। यह भरोसा मेरे लिए काम कर गया। ” मैन आफ द मैच चुने गए त्रिपाठी ने कहा कि यह लम्हा उनके लिए सपना साकार होने की तरह है। उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे लिए सपना साकार होने की तरह है। मैं दोनों भूमिकाओं के लिए तैयार था। जब भी आपको मौका मिले तो आपको इसके लिए तैयार रहना चाहिए।”(एजेंसी)