Josh Hazlewood

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-विनय कुमार

भारत और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज ‘बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी’ (Border Gavaskar Test Series) का पहला मैच एडिलेड (Adelaide) में खेला गया। पिंक बॉल क्रिकेट के डे-नाइट (Day-Night Test Match) मैच में 2 दिन तक मजबूत पकड़ बनाने के बाद टीम इंडिया तीसरे दिन अचानक से ढेर हो गई। ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाजों के सामने भारतीय टीम के धुरंधरों का धुआं निकल गया। और, ऑस्ट्रेलिया 8 विकेट से सीरीज का पहला मैच जीत गया।

टीम इंडिया मैच के तीसरे दिन बहुत बुरी स्थिति में और लाचार नजर आईं। पहली पारी में 53 रनों की बढ़त लेकर चलने वाली टीम इंडिया के सभी खिलाड़ी दूसरी पारी में सिर्फ़ 36 रन पर आउट हो गए। जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट खोकर 90 रन के लक्ष्य को बड़ी आसानी से हासिल कर लिया और सीरीज में 1-0 से बढ़त बना चुका है।

ऑस्ट्रेलिया के ख़तरनाक और बेहद घातक तेज़ गेंदबाज जोश हेजलवुड (Josh Hazlewood) ने इस मैच की दूसरी पारी में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए अपने 5 ओवर के स्पेल में 3 मेडन ओवर फेंके और 5 विकेट झटक लिए। हेजलवु़ड (Josh Hazlewood) की घातक गेंदबाजी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 73 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया और सबसे कम रन देकर 5 विकेट हासिल करने वाले गेंदबाज बने।

जोश हेजलवुड (Josh Hazlewood) ने इस पहले टेस्ट मैच में कुल 6 विकेट लिए। पहली पारी में उन्होंने सिर्फ 1 ही विकेट लिया था। लेकिन, दूसरी पारी में उनकी घातक गेंदबाजी के सामने विराट कोहली जैसे मंजे हुए भी पिंक बॉल की तेज़ गेंदबाज़ी के सामने लाचार नजर आए। हेजलवुड ने अपने टेस्ट करियर (Test Career) में 8वीं बार 5 विकेट झटके है, जो बड़ा कीर्तिमान है।

भारतीय टीम के परखच्चे उड़ा देने वाले घातक गेंदबाज जोश हेजलवुड (Josh Hazlewood) ने टेस्ट क्रिकेट में अपने 200 विकेटों का आंकड़ा भी पूरा कर लिया और टेस्ट क्रिकेट में 200 विकेट लेने वाले ऑस्ट्रेलिया के 13वें तेज गेंदबाज बन गए।

ओवरऑल क्रिक्रेट की दुनिया की बात की जाए तो जोश हेजलवुड (Josh Hazlewood) टेस्ट क्रिकेट में 200 विकेट लेने वाले 18वें गेंदबाज  हैं। जोश हेजलवुड (Josh Hazlewood) ने यह कीर्तिमान करियर के 52वें मैच की 97वीं पारी में हासिल किया। उनके नाम अब कुल 201 टेस्ट विकेट हो चुके हैं। उन्होंने ऋद्धिमान साहा का विकेट लेकर इस माइल स्टोन को हासिल किया।

ग़ौरतलब है कि यह ‘पिंक बॉल टेस्ट क्रिकेट’ के इतिहास में ये दूसरा मौका है जब किसी टीम ने पहली पारी में बढ़त बनाने के बाद, दूसरी पारी में मैच अपने हाथ से गंवा दिया। ऑस्ट्रेलिया ने पिंक बॉल क्रिक्रेट में खेले गये डे-नाइट टेस्ट (Pink Ball Day-Night Test Match) में अपना दबदबा कायम रखा और 7वीं बार जीत दर्ज की।