Shefali Verma
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तीसरे और अंतिम मैच में उन्होंने 30 गेंद में 60 रन की पारी खेली जिससे भारत ने सांत्वना भरी जीत दर्ज की।

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    लखनऊ. भारत की युवा बल्लेबाज शेफाली वर्मा (Shefali Verma) टी20 में अपने तेज तर्रार खेल के बावजूद वनडे (ODI Match) में अनदेखी किये जाने से निराश नहीं हुई थी और उन्होंने कहा कि इसने उन्हें ज्यादा मेहनत करने के लिये प्रेरित किया क्योंकि वह जानती थी कि उनके खेल में कुछ कमी के कारण ऐसा हुआ था।

    दक्षिण अफ्रीका से मंगलवार को टी20 श्रृंखला में मिली 1-2 की हार के बावजूद 17 साल की खिलाड़ी को ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ चुना गया। तीसरे और अंतिम मैच में उन्होंने 30 गेंद में 60 रन की पारी खेली जिससे भारत ने सांत्वना भरी जीत दर्ज की।

    शेफाली टी20 में अपनी शानदार फार्म की बदौलत छोटे प्रारूप की आईसीसी रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंची थी लेकिन यह भी उन्हें वनडे टीम में स्थान नहीं दिला सकी और वह इसके बारे में कोई शिकायत भी नहीं कर रही हैं।

    शेफाली ने मैच के बाद ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘जब मुझे वनडे के लिये नहीं चुना गया था तो मुझे महसूस हुआ कि मेरे खेल में कुछ चीज की कमी है। ” उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं कप्तान या कोच के पास इसके बारे में पूछने के लिये नहीं गयी क्योंकि मैं जानती थी कि अगर मेरा नाम इसमें शामिल नहीं है तो शायद यह इसलिये होगा कि मेरे अंदर कुछ कमी होगी। ”

    हरियाणा की इस खिलाड़ी ने कहा कि जब भी उन्हें वनडे से बाहर किया गया है तो उन्होंने खुद को बेहतर खिलाड़ी बनने की ओर प्रयास किया है।