रोबिनसन के निलंबन पर जो रूट बोले- हमें क्रिकेट को अधिक समावेशी बनाने की जरूरत

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    लंदन. इंग्लैंड के कप्तान जो रूट (Joe Root) ने देश की क्रिकेट प्रणाली में समावेशिता पर जोर देते हुए कहा कि टीम के नये तेज गेंदबाज ओली रोबिनसन के आठ साल पुराने नस्लवादी और लैंगिक ट्वीट पूरी तरह से ‘अस्वीकार्य’ है, लेकिन इस नये खिलाड़ी को ‘वास्तव में इसका पछतावा’ है। लार्ड्स में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट पदार्पण के पहले दिन बीते बुधवार को रोबिनसन के 2012-13 में किये गये ट्वीट सामने आए थे। रोबिनसन ने हालांकि मैदान पर शानदार प्रदर्शन करते हुए मैच में सात विकेट चटकाए। रोबिनसन ने अपने ट्वीट के लिए बिना शर्त सार्वजनिक माफी मांगी थी।

    रूट ने पहले टेस्ट के ड्रा होने के बाद कहा, ‘‘मैदान के बाहर जो भी हुआ वह कहीं से हमारे खेल में मान्य नहीं है। हम सभी को यह पता है। उन्होंने ड्रेसिंग रूम में इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखा। उसने आप लोगों और मीडिया से भी बात की और अपने किये पर पछतावा जताया।” कप्तान ने कहा, ‘‘उस समय से उन्होंने बहुत पश्चाताप दिखाया। आप देख सकते हैं कि वह समूह और टीम के आसपास कैसा रहा है, यह बहुत वास्तविक है।” उन्होंने कहा कि वह शुरू में चौंक गये थे और उन्हें यह पता नहीं था कि इस पर कैसे प्रतिक्रिया दें। 

    उन्होंने कहा, ‘‘मैं व्यक्तिगत रूप से उन (ट्वीट) पर विश्वास नहीं कर सका। मैं वास्तव में नहीं जानता था कि इस पर कैसी प्रतिक्रिया दी जाए। मुझे लगता है कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ओली इस ड्रेसिंग रूम का हिस्सा है और हमें उसका समर्थन करना था। हमें उसे सीखने और समझने का मौका देने की कोशिश करनी चाहिये। रूट ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह हमारे खेल के भीतर सभी के लिए एक बड़ा सबक है।” इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने रोबिनसन के द्वारा 2012-13 में किये गये भेदभावपूर्ण ट्वीट की जांच लंबित रहने तक उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से निलंबित कर दिया है। (एजेंसी)