कोहली का धमाल, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर 37 रन से जीती

Loading

दुबई: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (Royal Challenger Bangalore) ने कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) की 52 गेंद में नाबाद 90 रन की आक्रामक अर्धशतकीय पारी के दम पर शनिवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) मैच में चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) को 37 रन से शिकस्त दी।

कोहली ने अपनी पारी के दौरान चार चौके और चार छक्के जमाये। उन्होंने सलामी बल्लेबाज देवदत्त पडीक्कल (34 गेंद में 33 रन, दो चौके और एक छक्का) के साथ दूसरे विकेट के लिये 53 रन और फिर शिवम दुबे (नाबाद 22) के साथ पांचवें विकेट के लिये नाबाद 76 रन की भागीदारी की।

कोहली के टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला करने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने चार विकेट पर 169 रन बनाये जिसके जवाब में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम 20 ओवर में आठ विकेट पर 132 रन ही बना सकी। दोनों टीमों को पिछले मैच में हार का सामना करना पड़ा था और दोनों ही जीत दर्ज करने के लिये बेताब थीं। पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने बाजी मारी, उसकी छह मैचों में यह चौथी जीत है।

चेन्नई सुपर किंग्स के लिये अंबाती रायुडू (42 रन, 40 गेंद में चार चौके) और केदार जाधव की जगह अंतिम एकादश में उतारे गये एन जगदीशन (33 रन, 28 गेंद) ने तीसरे विकेट के लिये 64 रन की साझेदारी निभायी। पर इन दोनों के अलावा कोई अन्य बल्लेबाज टिककर नहीं खेल सका और टीम को सात मैचों में पांचवीं हार झेलनी पड़ी। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के लिये क्रिस मौरिस ने 19 रन देकर तीन जबकि वाशिंगटन सुंदर ने दो विकेट चटकाये। इसुरू उडाना और युजवेंद्र चहल को एक एक विकेट मिला।

इससे पहले बेंगलोर के सलामी बल्लेबाज आरोन फिंच (02) फिर असफल रहे। दीपक चाहर की इनस्विंगर के सामने उन्होंने बिलकुल फ्रंट फुट नहीं हिलाया और इस गेंद ने उनके स्टंप उखाड़ दिये। फिंच इस तरह पॉवरप्ले में तीसरी बार आउट हुए। अब कोहली क्रीज पर थे कोहली और पडीक्क्ल की मौजूदगी के बावजूद टीम का पॉवरप्ले में स्कोर एक विकेट पर 36 रन था। पडीक्क्ल ने 10वें ओवर में कर्ण शर्मा की गुड लेंथ गेंद पर लांग आन में पारी का पहला छक्का जमाया जिससे 10 ओवर के बाद टीम का स्कोर एक विकेट पर 65 रन था।

मध्य के ओवरों में धीमी रन गति पिछले कुछ मैचों से टीम की समस्या बनी हुई है और जैसे ही पडीक्कल ने आक्रामक होना शुरू ही किया था कि अगले ही ओवर में शारदुल ठाकुर (40 रन देकर दो विकेट) की गेंद को मिड ऑफ में ऊंचा खेलने के प्रयास में वह फाफ डु प्लेसिस को आसान कैच देकर आउट हुए।

इसी 11वें ओवर की पांचवीं गेंद पर एबी डिविलियर्स भी आते ही चलते बने, वह खाता भी नहीं खोल पाये थे और गेंद उनके बल्ले का किनारा चूमती हुई सीधे विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी के हाथों में समां गयी। यह रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के लिये करारा झटका था जिसका स्कोर तीन विकेट पर 67 रन हो गया। पारी का दूसरा छक्का सुंदर ने 13वें ओवर में कर्ण शर्मा पर लगाया।

कोहली ने 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर रविंद्र जडेजा पर एक रन लेकर इंडियन प्रीमियर लीग में 6000 रन पूरे किये। रन गति थोड़ी बढ़नी शुरू हुई। कोहली ने अगले ओवर की शुरूआत सैम कुरेन की गेंद को छक्के के लिये उठाकर की। पर कुरेन ने एक गेंद के बाद सुंदर को विकेटकीपर के हाथों कैच आउट कराया जिन्होंने 10 गेंद में एक छक्के से इतने ही रन बनाये। कोहली ने 17वें ओवर की अंतिम गेंद पर शारदुल ठाकुर की गेंद को बैकवर्ड स्क्वायर लेग में चौके के लिये भेजकर 39 गेंद में अपना 38वां आईपीएल अर्धशतक पूरा किया।

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने अंतिम पांच ओवरों में 74 रन जोड़े, उसके लिये 18वां ओवर रनों के लिहाज से शानदार रहा जिसमें तीन छक्के से 24 रन बने। इसमें से दो छक्के कोहली ने जमाये। दुबे दूसरे छोर पर कोहली के साथ डटे रहे जिससे दोनों ने टीम को 169 रन के स्कोर तक पहुंचाया। इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई सुपर किंग्स ने सलामी बल्लेबाज शेन वाटसन (14) और फाफ डु प्लेसिस (आठ) के विकेट पॉवरप्ले में ही गंवा दिये। दोनों के विकेट सुंदर ने लिये।

टीम का 10 ओवर के बाद स्कोर दो विकेट पर 47 रन था। एन जगदीशन का रन आउट होना फाफी हैरानी भरा था क्योंकि उनके पास दूसरे छोर तक पहुंचने का काफी समय था लेकिन उन्हें शायद लगा कि वह आउट नहीं हो सकते। अब कप्तान धोनी (10 रन) उतरे। उन्होंने दूसरी गेंद पर चहल पर छक्का जड़ दिया जिससे चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने 100 रन भी पूरे किये। पर इसी 16वें ओवर में गुरकीरत सिंह को कैच देकर आउट हो गये।

सैम कुरेन खाता भी नहीं खोल सके थे कि मौरिस की गेंद उनके बल्ले के किनारे को छूती हुई विकेटकीपर डिविलियर्स के हाथ में चली गयी। हालांकि इस पर फैसला रिव्यू के बाद ही हुआ जिसमें कुरेन को आउट करार दिया गया। टीम का स्कोर 17वें ओवर के बाद पांच विकेट पर 109 रन था जिससे उसे जीत के लिये 18 गेंद में 61 रन चाहिए थे।

रायुडू और रविंद्र जडेजा क्रीज पर थे, पर लक्ष्य असंभव था। उडाना की गेंद को स्वीप करने के प्रयास में रायुडू बोल्ड हो गये। मौरिस ने फिर अपने अंतिम और चौथे ओवर में ड्वेन ब्रावो और जडेजा के विकेट हासिल किये।(एजेंसी)