'Sanjay Manjrekar Can't Think Beyond Bombay' Krishnamachari Srikkanth Slams Manjrekar

के एल राहुल को ऑस्ट्रेलिया के दौरे में टेस्ट टीम में शामिल किये जाने को लेकर संजय मांजरेकर द्वारा आलोचना किए जाने को लेकर अब मांजरेकर क्रिकेट की दुनिया के मूर्धन्य खिलाड़ियों के निशाने पर आ गए हैं।

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-विनय कुमार

के एल राहुल को ऑस्ट्रेलिया के दौरे में टेस्ट टीम में शामिल किये जाने को लेकर संजय मांजरेकर द्वारा आलोचना किए जाने को लेकर अब मांजरेकर क्रिकेट की दुनिया के मूर्धन्य खिलाड़ियों के निशाने पर आ गए हैं। टीम इंडिया के पूर्व धुरंधर बल्लेबाज़ कृष्णमाचारी श्रीकांत ने मांजरेकर को जमकर लताड़ा। श्रीकांत के एक वाक्य सौ किलो के हथौड़े सा है। श्रीकांत ने कहा कि, “मांजरेकर बॉम्बे (मुंबई) से आगे की सोच नहीं सकते।” साफ़ है इस बयान से ये बात सामने आती है और समझा जा सकता है कि संजय मांजरेकर की छोटी सोच पर श्रीकांत ने प्रहार किया है। आपको ये तो पता होगा ही कि संजय मांजरेकर ने कहा था कि आईपीएल (IPL T20, 2020) में बेहतरीन प्रदर्शन के आधार पर किसी को टेस्ट टीम में जगह मिलने से बीसीसीआई (BCCI) कि तरफ से एक गलत मिसाल पेश की जा रही है। टेस्ट का पैमाना रणजी ट्रॉफी का प्रदर्शन होना चाहिए था।

‘मांजरेकर के पास और कोई काम नहीं’   

कृष्णमाचारी श्रीकांत ने संजय मांजरेकर कि बातों को ‘बकवास’ करार दिया। शायद आप इस बात से वाक़िफ़ होंगे कि श्रीकांत उस समय भारतीय टीम के चीफ सेलेक्टर थे जब टीम इंडिया (TEAM INDIA) ने 2011 का विश्व कप (WORLD CUP, 2011) जीता था। श्रीकांत ने अपने यूट्यूब चैनल ‘Cheeky Cheeka’ में कहा “संजय मांजरेकर को छोड़ दें, तो उनके पास कोई और काम नहीं है। के एल राहुल के टेस्ट टीम में चयन पर सवाल ? उन्होंने टेस्ट में अच्छा खेला है। मैं बिल्कुल भी सहमत नहीं हूंगा। सिर्फ इसलिए कि संजय कुछ सवाल करना चाहते हैं, मुझे नहीं लगता कि मैं सहमत हूं। आप बस केवल विवाद बनाने के लिए कुछ सवाल नहीं करें। केएल राहुल ने सभी प्रारूपों में शानदार प्रदर्शन किया है। उनके टेस्ट रिकॉर्ड को देखें।”

संजय मांजरेकर ने उठाया था राहुल के चयन पर सवाल     

पूर्व चीफ सेलेक्टर श्रीकांत ने कहा कि, “संजय मांजरेकर जो बात कर रहे हैं वह सब बकवास है। मैं सहमत नहीं हूँ।”

गौरतलब है कि संजय मांजरेकर ने टेस्ट क्रिकेट में खराब फॉर्म की तरफ इशारा करते हुए के एल राहुल के चयन पर सवाल उठाया था। राहुल ने पिछले टेस्ट मैचों के 12 पारियों में टेस्ट अर्धशतक नहीं लगाया है। 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ द ओवल में डेड-रबर पांचवें टेस्ट में 149 की पारी खेलने के बाद से राहुल का बल्ला शांत है। तब से उन्होंने 27 टेस्ट पारी में 22.23 की औसत से रन बनाए हैं।

राहुल ने पिछले साल 2019 में वेस्टइंडीज (WI) के दौरे में आखिरी बार टेस्ट खेले थे, जिसके बाद उन्हें डोमेस्टिक सेशन के लिए टेस्ट फॉर्मेट से हटा दिया गया था। जब श्रीकांत के बेटे और शो के होस्ट अनिरुद्ध ने बताया कि राहुल की निरंतरता को दिखाने के लिए मांजरेकर के पास एक पॉइंट था, तो इस बात पर श्रीकांत ने कहा कि राहुल के नाम ऑस्ट्रेलिया में एक शतक है और तेज गेंदबाजी खेलने का एक अच्छा खिलाड़ी है।

“मांजरेकर जैसे लोगों के लिए, सब कुछ बॉम्बे हैं”  

“संजय मांजरेकर बॉम्बे से आगे नहीं सोच सकते। यही समस्या है। हम तटस्थ होकर बात कर रहे हैं। मांजरेकर बॉम्बे से ज़्यादा नहीं सोच सकते। मांजरेकर जैसे लोगों के लिए, सब कुछ बॉम्बे, बॉम्बे और बॉम्बे है। उनके बारे में बॉम्बे से सोचना होगा।” उन्होंने यह बताया कि रोहित शर्मा को भी पिछले साल सलामी बल्लेबाज के रूप में टेस्ट टीम में चुना गया था और इसके पीछे उनकी सफेद गेंद की सफलता को आधार बनाया गया था। श्रीकांत ने कहा कि यह तटस्थ होना महत्वपूर्ण है। “मैंने बहुत से लोगों को देखा है, हर्षा भोगले को बॉम्बे के अलावा कुछ भी पता नहीं है। समस्या यह है कि वे तटस्थ नहीं हैं। हम सूर्यकुमार यादव के शामिल होने (सीमित ओवरों के स्क्वॉड में) के बारे में बात कर रहे हैं, क्या मैं डी के और अश्विन के बारे में बात कर रहा हूं। हम डी के और अश्विन के लिए नहीं लड़ रहे हैं।

उम्मीद है श्रीकांत के बयान में संजय मांजरेकर को आइना दिख गया होगा और उनका चेहरा भी।