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    -विनय कुमार

    इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच जारी टेस्ट सीरीज के दौरान नस्लवाद (racism) का मुद्दा गरमा गया। इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज ओली रॉबिंसन को 10 साल पुरानी रेसिस्ट ट्वीट का खामियाजा भुगतना पड़ा। भारत और लंकाशायर के पूर्व विकेटकीपर फारुख इंजीनियर (Farokh Engineer) ने अपने बीते दिनों को याद करते हुए कहा है कि नस्लवाद (racism) को जड़ से खत्म करना होगा, नहीं तो लोग ऐसे आपत्तिजनक कमेंट करते रहेंगे। एक न्यूज़ एजेंसी से अपनी बातचीत में फारूख इंजीनियर का दर्द भी झलका जब, भारतीय होने की वजह से उन पर रेसिस्ट कमेंट्स किए गए थे। इंजीनियर इंग्लैंड के युवा ऑलराउंडर ओली रॉबिनसन (Ollie Robinson England) के पुराने नस्लीय ट्वीट्स पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे।

    फारुख इंजीनियर ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन (Boris Johnson PM) की भी आलोचना की है। ओली रॉबिंसन के सस्पेंड किए जाने पर बोरिस जॉनसन की तरफ से जारी कमेंट में कहा गया था, कि जब उन्होंने (Ollie Robinson) ने ऐसी टिप्पणियां की थीं, तब वह बहुत छोटे (teenager) थे। उन्हें पुरानी गलती के लिए इतनी बड़ी सजा नहीं मिलनी चाहिए।”

    इसके बावजूद क्रिकेट की दुनिया से रॉबिनसन को बड़ा समर्थन नहीं मिल रहा है। इस बात पर फारुख इंजीनियर ने कहा कि ओली रॉबिनसन (Ollie Robinson) ने जो गलती की है, उसे उसकी सजा भुगतनी ही होगी।

    उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि एक प्रधानमंत्री का ऐसे मामलों में बयान देना बेवकूफी के सिवाय कुछ नहींभाई। उसको (ओली रॉबिन्सन) को सजा देकर एक ECB (England and Wales Cricket Board) ने सही किया है। उसने जो गलती की थी और उसे इसकी सजा  (punishment) मिलनी चाहिए। यह आपत्तिजनक मामला है।”

    इंजीनियर ने कहा, “यकीनन यह शर्म की बात है। जब आप कहते हैं कि तब वह किशोर (teenager) था। जब उसने (Ollie Robinson) ट्वीट्स किए थे, तब वह 18 साल का था। यह वह उम्र होती है, जिसमें एक व्यक्ति खुद जिम्मेदार (responsible) होता है। अगर वह इन बातों में आगे जाते, तो बातें और भी खराब होतीं।” उन्होंने कहा, “अगर इस मामले में कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती है, तो लोग एशियाई मूल (racist comments against Asians) के लोगों के खिलाफ ऐसी ही बातें करते रहेंगे। इसे जड़ से खत्म करना होगा।”

    फारुख इंजीनियर बोले, “मैं यह नहीं कह रहा हूं कि उन्हें ज़िंदगी भर के लिए बैन कर दें। लेकिन, निश्चित रूप से उनके पर जुर्माना किया जाए। जो न सिर्फ उनको आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाएगा, बल्कि उन्हें टेस्ट क्रिकेट ,(Test Cricket Ban Ollie Robinson) के एक सीरीज या कुछ समय के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट से दूर करे। इस लेकर सख्त रहें।”

    लंकाशायर (Lancashire) के लिए 175 मैच खेलने वाले फारुख इंजीनियर (Farokh Engineer) ने कहा कि उनके करियर के शुरुआती दिनों में उन पर नस्लीय टिप्पणियां (racist comments) हुईं थीं। उन्होंने कहा, “जब मैं पहली बार काउंटी क्रिकेट (County Cricket England) में गया तो कई लोगों ने सवाल खड़े किए, कि अरे यह भारत से आया है। मैंने लंकाशायर की टीम में शामिल होने पर नस्लीय कमेंट्स का सामना किया। सिर्फ इसलिए, क्योंकि मैं भारत (India) से था। उनके कमेंट्स का संबंध मेरे उच्चारण का मजाक बनाने से था। मुझे लगता है कि कई अंग्रेजों से वाकई मेरी इंग्लिश ज्यादा बेहतर है। इसलिए जल्द ही उन्हें एहसास हुआ कि आप फारुख इंजीनियर (Farokh Engineer) के साथ मजाक नहीं सकते।”

    गौरतलब है कि ECB (England and Wales Cricket Board) ने इस ताज़ा  मामले में एक जांच समिति बनाई है। समिति की रिपोर्ट आने तक इंग्लैंड के बेहतरीन ऑल राउंडर ओली रॉबिनसन (Ollie Robinson) को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से निलंबित कर दिया गया है। 27 साल के इस शानदार ऑल-राउंडर ने हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट मैच से टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू (Ollie Robinson England Debut Match) किया था।