दीपक चाहर की विस्फोटक पारी के पीछे ‘हेलीकॉप्टर वाले’ का हाथ,…और भारत जीत गया

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    -विनय कुमार

    श्रीलंका के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज के दूसरे मुकाबले में भारत की बल्लेबाजी की पारी पर हार के काले बादल छा चुके थे। श्रीलंका के घातक गेंदबाजों ने लक्ष्य का पीछा कर रही भारतीय टीम के बल्लेबाजों पर तगड़ा शिकंजा कस दिया, लेकिन टीम इंडिया के गेंदबाज दीपक चाहर (Deepak Chahar) ने श्रीलंका के जबड़े से जीत छीन ली। श्रीलंका के गेंदबाजों ने पूरी ताकत लगा दी थी, लेकिन दीपक चाहर ने भुवनेश्वर कुमार (Bhuvaneshwar Kumar) के साथ जुगलबंदी करके श्रीलंका के गेंदबाजों के छक्के छुड़ा दिए। उस मैच में चाहर ने 69 रनों की बेहतरीन नाबाद पारी खेली और भारत को 3 विकेट से जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दीपक चाहर की इस विनिंग इनिंग (Winning inning Deepak Chahar) में ‘हेलीकॉप्टर शॉट’ के सम्राट टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) का भी महत्वपूर्ण रोल रहा। इस बात का राज़ का खुलासा खुद दीपक चाहर ने किया।

    दूसरे वनडे के हीरो रहे दीपक चाहर ने कहा कि उन्होंने टारगेट का पीछा करना धोनी (MS Dhoni) के दिमाग से सीखा, जिससे कोलंबो में अपनी पारी (Colombo IND vs SL ODI Deepak Chahar) की योजना बनाने में बड़ी मदद मिली। टीम इंडिया के घातक तेज़ गेंदबाज चाहर ने बताया कि वह धोनी को करीब से देखते रहे हैं। और जब भी कोई उनसे चर्चा करता है, वो खेल को गहराई तक ले जाने की राय देते हैं।

    दीपक चाहर ने एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस (Deepak Chahar Virtual Press conference) में कहा, “एमएस धोनी (MS Dhoni) को करीबी मैच में खेलते देखना एक बड़ा फैक्टर रहा है। मैंने उन्हें काफी समय तक देखा है। और, मैंने उन्हें हमेशा मैच फिनिश करते देखा है। जब आप उनसे बात करते हैं, तो वह हमेशा आपको खेल को गहराई से लेने के की सलाह देते हैं। जब मैच में गंभीरता होती है और रमकर खेलते हैं, तो इसमें शामिल सभी खिलाड़ियों के लिए स्थिति रोमांचकारी हो जाती है।”

    मेरे पिताजी मेरे कोच 

    दीपक चाहर (Deepak Chahar) ने आगे कहा कि अगर लोग उन्हें एक ऑल-राउंडर (all rounder) के तौर पर नहीं देखते हैं, तो इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। IPL में धोनी की येलो आर्मी ‘चेन्नई सुपर किंग्स’ (Chennai Super Kings CSK) के मारक तेज गेंदबाज चाहर ने कहा कि बल्लेबाजी के समय दूसरे छोर पर मौजूद साथी बल्लेबाज को सहज और सचेत रहना चाहिए, ताकि विकेट बची रहे, आसानी से विकेट न जाने से। चाहर ने pni बल्लेबाज़ी को तराशने का क्रेडिट अपने पिता को दिया और कहा कि वे हमेशा ही उनके कोच रहे हैं।

    दीपक चाहर ने कहा, “मैंने हमेशा अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान दिया है और मेरे पिता मेरे कोच (coach) रहे हैं। जब मैं उनसे बात करता हूं, तो हम हमेशा बल्लेबाजी को लेकर चर्चा करते हैं। लोग मुझे ऑल-राउंडर (all rounder Deepak Chahar) के तौर पर देखते हैं या नहीं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। जो बैट्समैन मेरे साथ पिच पर खेल रहा है और उसे यकीन होगा कि मैं टिक सकता हूं और अपना विकेट नहीं दूंगा। एक बल्लेबाज के लिए यह जानना बहुत जरूरी होता है कि पिच पर मौजूद उसका  उसका जोड़ीदार साथ देगा।”