IND vs ENG: The bowler who took more than 500 wickets before the Lord's Test got injured

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    -विनय कुमार

    क्रिकेट के इतिहास में पहली बार टेस्ट क्रिकेट को लेकर ‘आईसीसी वर्ल्ड कप चैंपियनशिप’ (ICC WORLD TEST CHAMPIONSHIP 2021) का फाइनल मैच 18 से 22 जून को खेला जाएगा। इस फाइनल मुकाबले में भारत और न्यूजीलैंड की टीम इंग्लैंड के साउथैम्पटन के मैदान पर एक-दूसरे का सामना करेंगी।

    गौरतलब है कि, तीमनिंदिया ने ‘ICC WORLD TEST CHAMPIONSHIP 2021’ के इनॉग्रल सीजन के फाइनल में पहुंचने के लिए भारत के दौरे पर इसी साल की शुरुआत में आई इंग्लैंड की टीम को 4 मैचों की टेस्ट सीरीज (India vs England Test Series 2021 played in India) 3-1 से हराकर अपनी जगह पक्की कर ली थी। भारत की इस जीत के साथ पहले ‘टेस्ट विश्वयुद्ध’ के फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड के खेलने का ख़्वाब टूट गया। भारत से मिली इस ऐतिहासिक हार से इंग्लिश खिलाड़ियों को गहरा सदमा तो पहुंचा ही होगा, इससे भला कौन इंकार कर सकता है।

    इंग्लैंड क्रिकेट टीम के घातक तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad Fast Bowler England) ने ‘ICC WORLD TEST CHAMPIONSHIP 2021’ के फाइनल में नहीं पहुंच पाने का भड़ास ICC और उसके प्वाइंटस सिस्टम पर निकाला है। ब्रॉड ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आया कि 5 मैच और 2 मैच की टेस्ट सीरीज के प्वाइंटस बराबर कैसे हो सकते हैं ? गौरतलब है कि, कोरोना महामारी के कारण कई देश की टीमें अपनी पूरी सीरीज नहीं खेल सकी और ऐसे में ICC को बीच में ही अपने प्वाइंट सिस्टम में बदलाव करना पड़ा था।

    ICC ने बीच में बदला प्वाइंट सिस्टम

    ICC के पुराने प्वाइंट सिस्टम के हिसाब से एक सीरीज में अधिकतम 120 प्वाइंट्स दिए जा सकते हैं, भले ही टीम कितने भी मैच खेल रही हो। और इस दौरान टीम जितने मैच खेलेंगी उसमें प्वाइंट्स बराबर बांट दिए जाएंगे। लेकिन, बाद में ICC ने प्वाइंट सिस्टम को बदलकर जीत प्रतिशत (Winning Percentage in Test Cricket ICC) में बदल दिया और उसी के कारण न्यूजीलैंड की टीम ‘ICC WORLD TEST CHAMPIONSHIP 2021’ फाइनल की रेस में शामिल हो गई और इसके फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही।

    गौरतलब है कि, ICC ने हर टेस्ट सीरीज के लिए समान प्वाइंटस सिस्टम की व्यवस्था इसलिए  की थी, ताकि जिस देश की टीम कम टेस्ट मैच खेलेगी उसपर इसका गलत असर न हो। 

    सवालों के घेरे में फंसा ICC

    स्टुअर्ट ब्रॉड ने ICC के Points System की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें समझ में नहीं आता कि 5 मैचों की ‘एशेज सीरीज’ (Ashes Cricket Series) और 2 मैचों की भारत-बांग्लादेश टेस्ट सीरीज (India vs Bangladesh Test Series) के प्वाइंट्स  बराबर कैसे हो सकते हैं ?

    उन्होंने आईसीसी पर वार करते हुए कहा, “टेस्ट फॉर्मेट को और रोचक करने के नजरिए से ‘ICC WORLD TEST CHAMPIONSHIP’ का आयोजन कराना यकीनन अच्छी सोच है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि नियमों के मद्देनजर अभी तक यह बिल्कुल सही है। पहली बार इसका आयोजन किया जा रहा है, लेकिन मेरी समझ में नहीं आ रहा कि 5 मैचों की ‘एशेज सीरीज’ (Ashes Cricket Series) और 2 मैचों की भारत-बांग्लादेश सीरीज (IND vs BAN) के एक जैसे points कैसे हो सकते हैं ?”

    ICC को Points System प्वाइंट पर संशोधन की जरूरत

    Cricket के इतिहास में इंग्लैंड के लिए 500 से ज्यादा टेस्ट विकेट हासिल करने वाले दूसरे गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) का मानना है कि मौजूदा प्वाइंट सिस्टम के तहत इंग्लैंड के लिए ‘वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप’ के फाइनल मैच में पहुंच पाना बेहद कठिन होगा।

    ब्रॉड ने कहा, ‘ICC को अपने Points System पर काम करने की जरूरत है। हमारे पास अवसर था, लेकिन इंग्लैंड की टीम जितना  टेस्ट क्रिकेट खेलती है, और उसे देखते हुए मौजूदा व्यवस्था में उसके लिए फाइनल में जगह बनाना मुश्किल होगा।”

    इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को ऐतिहासिक हार देकर फाइनल में भारत

    ‘ICC WORLD TEST CHAMPIONSHIP 2021’ के फाइनल में सबसे पहले न्यूजीलैंड ने अपनी जगह पक्की की थी। उसके बाद फाइनल में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ मैदानए जंग में ताल ठोकने वाली दूसरी टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और भारत के बीच होड़ लगी। और इस दरम्यान भारत ने ऑस्ट्रेलिया दौरे में (India vs Australia Test Series 2020-2021) ऑस्ट्रेलिया को 2-1 और इस साल की शुरुआत में भारत के दौरे पर आई इंग्लैंड की टीम को 3-1 से हराकर प्वाइंट्स टेबल में टॉप पर विराजमान हो गई और फाइनल में अंगद के पांव की तरह अपने पांव रख दिए। इस दौड़ में ऑस्ट्रेलिया तीसरे और इंग्लैंड की टीम चौथे पायदान पर रही।