CSK के बुरे हाल पर कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने क्या बोला ?

Loading

– विनय कुमार

चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग के कार्यकाल में आईपीएल (IPL T20) के इतिहास में पहली बार महेंद्र सिंह धोनी की ‘येलो आर्मी’ प्लेऑफ से बाहर होने की कगार पर कड़ी है. इंडियन प्रीमियर लीग (IPL T20) के अब तक के खेले सीज़न में चेन्नई सुपर किंग्स ने सभी 10 सीज़न में टॉप 4 में जगह बनाने में कामयाब रही है. लेकिन, अबकी बार CSK प्रदर्शन दोहराने में पूरी तरह से नाकाम रही है, और अब उसके प्लेऑफ में जाने की संभावना लगभग नहीं के बराबर है, पर उम्मीद की एक छोटी किरण फिर भी है.

‘प्लेऑफ’ की उम्मीदें लगभग खत्म

राजस्थान रॉयल्स (RR) ने पिछले रविवार यानी 19 अक्टूबर की शाम हुई भिड़ंत में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) को 7 विकेट से हरा दिया. जोस बटलर की 48 गेंदों में नाबाद 70 रनों की नाबाद की पारी खेलने से पहले राजस्थान रॉयल्स (RR) ने चेन्नई सुपर किंग्स (CSK)  के बल्लेबाजों को 20 ओवर में 125/5 रन पर ही ठहरा दिया.

पहले पांच ओवर में 28/3 पर सिमट जाने के बावजूद राजस्थान रॉयल्स (RR) जीत हासिल करने में कामयाब रही और पॉइंट्स टेबल में पांचवें पायदान पर पहुंच गई. इस नई जीत के साथ राजस्थान रॉयल (RR) के ‘प्लेऑफ’ में जगह बनाने की उम्मीदें अब बढ़ गयी हैं, जबकि कप्तान कूल की टीम चेन्नई सुपर किंग्स का रास्ता लगभग बंद सा हो गया है.

बढ़ती उम्र है बड़ा कारण ?

चेन्नई सुपर किंग्स केचीफ कोच स्टीफन फ्लेमिंग का कहना है कि, “टीम मैनेजमेंट हमेशा जानता था कि वे पिछले दो वर्षों में शानदार सफलता के बाद चल रहे सीजन में खिलाड़ियों की उम्र बढ़ने के साथ अन्य मुद्दों का सामना करने जा रहे हैं, जहां उन्होंने दोनों अवसरों पर फाइनल में जगह बनाई.” फ्लेमिंग ने कहा, “यह कहना उचित होगा कि अब यह टीम ‘प्लेऑफ’ से बाहर हो सकती है. यदि आप तीन साल के चक्र को देख रहे हैं तो 2018 में खिताब जीतकर आए थे. पिछले साल आखिरी गेंद पर हार गए.”

फ्लेमिंग ने खुलासा किया कि ड्रेसिंग रूम में मनोबल में कमी आई है और पुराने मनोबल पाने कि अभी संभावना नहीं है. CSK के पास अभी भी प्रतियोगिता में चार मैच शेष हैं और चारों भिड़ंत जीतने से उन्हें ‘प्लेऑफ’ में जगह बनाने का एक आखिरी मौका मिल सकता है, लेकिन उनका अब तक के प्रदर्शन को देखते हुए ये लगता नहीं है कि चेन्नई सुपर किंग्स में अब वो धार लौटेगी.

ड्रेसिंग रूम में कैसा है मनोबल ?

चीफ कोच फ्लेमिंग ने सोमवार को मैच ख़त्म होने पर कहा, “ड्रेसिंग रूम में मनोबल बहुत कम है. हम कुछ मैचों में करीब आए हैं लेकिन आज हम पूरी तरह से मैच से बाहर थे. हम जानते थे कि प्रतियोगिता में बने रहने के लिए यह एक महत्वपूर्ण मैच था. मुझे लगता है कि एक है मौका, हम संभवतः प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन जब आप अन्य परिणामों और अपनी टीम के लिए रूप बदलने पर भरोसा कर रहे हैं, तो उत्साहित और सकारात्मक होना बहुत मुश्किल है.”

साफ़ है, टीम के चीफ कोच को साफ़ नज़र आ रहा है कि ड्रेसिंग रूम में चेन्नई सुपर किंग्स के मनोबल में अब वो बात नहीं जो पहले हुआ करती थी. ऐसे में आने वाले सभी चारों मैच महेंद्र सिंह धोनी जीत पाएंगे, टेढ़ी खीर नज़र आती है. बहरहाल, उम्मीदों पर दुनिया कायम है, हो सकता है धोनी कि ‘येलो आर्मी’ में एक नई ऊर्जा का संचार हो और सभी मैच लगातार जीत जाए और ‘प्लेऑफ’ में जगह बनाने में कामयाबी हासिल करे.