ipl-2021-sunil-gavaskar-predicted-it-will-be-hard-to-beat-mumbai-indians-in-14th-season-of-indian-premier-league
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    -विनय कुमार

    क्रिकेट की दुनिया के ‘भीष्म पितामह’ लिटल मास्टर सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) 1971 में क्रिकेट के मैदान पर उतरे और उनके बल्ले से टेस्ट मैचों में लगातार रनों की झमाझम बारिश होने लगी। कद 5 फीट 5 इंच के इस खिलाड़ी ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 6 फीट लंबे गेंदबाजों को भी छठी का दूध याद दिला दिया। आज का दिन, यानी 10 जुलाई सुनील गावस्कर के लिए बेहद खास दिन है, क्योंकि आज उनका जन्म दिन है। वो 72 साल के हो गए हैं। इस माैके पर उन्हें दुनिया भर से लाखों लोगों की शुभकामनाएं मिल रही हैं। BCCI ने भी इस मौके पर दुनिया के इस महान क्रिकेटर की उपलब्धियों को ट्वीट कर शुभकामनाएं दी हैं।

    मैदान पर उतरते ही छाए गए थे सुनील मनोहर गावस्कर

    बात 1971 की है। भारतीय क्रिकेट टीम 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए वेस्ट इंडीज़ (India vs West Indies Test Series 1971 Sunil Gavaskar) के दाैरे पर थी। इस दौरे में भारतीय क्रिकेट टीम में सुनील गावस्कर भी शामिल थे। वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ 5 मैचों की इस टेस्ट सीरीज के पहले टेस्ट मैच में तो उन्हें माैका नहीं मिला, लेकिन 5 मार्च 1971 को हुए दूसरे टेस्ट मैच में उन्हें मैदान में उतरने का अवसर दिया गया। सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) मैदान पर उतरते ही अपने डेब्यू मैच से ही छा गए। उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के पहले विदेश टूर के टेस्ट मैच में पहली पारी में 65 रन जड़ दिए और दूसरी पारी में नाबाद 67 रन बनाकर टीम इंडिया को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वेस्ट इंडीज़ ने पहली पारी में 214 रन बनाए थे, जबकि भारत ने अपनी पहली पारी में 352 रन बना दिए थे। दूसरी पारी में वेस्ट इंडीज़ की समूची टीम 261 पर ढेर हो गई और भारत को उस मैच में जीत के लिए सिर्फ 124 रनों का आमूली लक्ष्य मिला, जिसे भारतीय टीम ने 3 विकेट के नुकसान पर आसानी से जीत लिया।

    नहीं टूट पाया गावस्कर का यह रिकॉर्ड

    सुनील गावस्कर ने इस द्विपक्षीय सीरीज के दाैरान अपने बल्ले से रनों की बाैछार कर दी थी और टीम सिलेक्टर्स का ध्यान पूरी तरह से अपनी ओर खींच लिया। उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के पहले ही सीरीज में 774 रन बनाए थे, जिसमें 4 शानदार शतक (Sunil Gavaskar Test Centuries) भी शामिल रहे। क्रिकेट का इतिहास बताता है कि यह  कीर्तिमान आज भी कोई नहीं तोड़ सका है। यह स्कोर आज भी किसी खिलाड़ी का किसी एक टेस्ट सीरीज का सबसे बड़ा निजी स्कोर है। यही नहीं, वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ सबसे ज्यादा रन और शतक ठोकने का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी सुनील गावस्कर के ही नाम है। गावस्कर ने वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ 70 से ज्यादा की औसत से 2749 रन बनाए हैं, जिसमें 13 शतक शामिल हैं। यही नहीं, अंतरराष्ट्रीय करियर में सबसे पहले 100 टेस्ट मैच खेलने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर भी सुनील गावस्कर ही हैं। गावस्कर के नाम प्रथम श्रेणी क्रिकेट (First Class Cricket Sunil Gavaskar) में सबसे ज्यादा शतक बनाने का कीर्तिमान भी है। हालांकि, बाद में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar) ने इस रिकॉर्ड की बराबरी कर ली थी। गौरतलब है कि, सुनील गावस्कर और सचिन तेंडुलकर, दोनों ही के नाम प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 81- 81 शतक (Sunil Gavaskar and Sachin Tendulkar First Class Cricket Centuries) दर्ज हैं।

    ‘ऐसा’ करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज

    सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन बनाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज हैं। गौरतलब है कि, गावस्कर ने जब क्रिकेट से संन्यास लिया था, तब उनके नाम 10122 रन दर्ज थे, जो दुनिया के किसी भी बल्लेबाज द्वारा उस समय का सबसे बड़ा स्कोर था। हालांकि बाद में इस रिकॉर्ड को ऑस्ट्रेलिया के एलेन बॉर्डर (Allan Border) ने उनका रिकाॅर्ड तोड़ा। बॉर्डर के नाम टेस्ट क्रिकेट में 11174 रन दर्ज हैं। बल्लेबाज़ी ही नहीं, गावस्कर पंजों के जादूगर भी रहे। सुनील गावस्कर भारत के पहले ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 100 से ज्यादा कैच (most test catches Sunil Gavaskar) लपके।