Image: BCCI/Twitter
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    -विनय कुमार

    क्रुणाल पांड्या के कोरोना पॉजीटिव आने के बाद कई अन्य खिलाड़ियों को भी क्वारंटीन कर दिया गया। शिखर धवन के खेलने पर भी आशंका थी। खबरें तो ये भी आईं कि शिखर धवन भी T20 सीरीज के दूसरे और तीसरे मैच से हुए बाहर। लेकिन, कई अटकलों के बाद भारत और श्रीलंका के बीच बीते बुधवार यानी 28 जुलाई को दूसरा मैच बुधवार को खेला गया। कप्तान शिखर धवन (Shikhar Dhawan Captain Indian Cricket Team India vs Sri Lanka ODI T20 Series 2021) भी उतरे मैदान में। इस मैच में भारत की तरफ से 4 खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय T20 क्रिकेट में डेब्यू किया। कई नए और युवा खिलाड़ियों से बनी एक नई टीम के साथ कप्तान शिखर धवन मैदान पर उतरे। मैच में जबरदस्त रोमांच देखा गया।

    भारतीय गेंदबाजों की घातक गेंदबाजी की वजह से श्रीलंका की लुटिया डूबती नजर आ रही, लेकिन संभाली और बेहद रोमांचक मोड़ पर भारत को हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 132 रन बनाए। भारत की बल्लेबाजी निराशाजनक रही। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 5 विकेट खोकर सिर्फ 132 रन बनाए और श्रीलंका को जीत के लिए 133 रनों का लक्ष्य दिया। इस लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका ने 2 गेंद शेष रहते 19.4 ओवर मे मैच जीत लिया। एक समय आया था, जब भारत जीत के करीब पहुंच चुका था, लेकिन अंतिम समय में रुख बदल गया। टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने बताया की आखिर इस मैच में कप्तान शिखर धवन (Shikhar Dhawan) से चूक कहां पर हुई। 

    गब्बर से यहां हुई चूक

    वीरेंद्र सहवाग का मानना है कि कप्तान शिखर धवन बीच के ओवरों में नवदीप सैनी (Navdeep Saini) से गेंदबाजी कर सकते थे और नीतीश राणा (Nitish Rana) से भी बोलिंग करानी चाहिए थी। क्योंकि, पिच स्पिन(spin Pitch) के अनुकूल थी। सहवाग ने ‘Cricbuzz’ से अपनी खास बातचीत में कहा, ”वरूण चक्रवर्ती (Varun Chakraborty) ने यह साबित किया है कि आप उनसे आखिरी ओवरों में भी गेंदबाजी करा सकते हैं। यह नई बात नहीं है। चक्रवर्ती IPL में ‘कोलकाता नाइट राइडर्स’ (Kolkata Knight Riders KKR) के लिए यह कर चुके हैं। पावरप्ले (power Play) खत्म होने के बाद जब कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) और राहुल चाहर (Rahul Chahar) ने विकेट ली थी, तो उस समय नीतीश (Nitish Rana) को गेंद साैंपनी चाहिए थी। उससे 2 ओवर (bowling) कराए जा सकते थे। मुझे लगता है कि शायद यहां धवन (Shikhar Dhawan) चूक गए। आखिरी समय (death overs) में जो रन जाते हैं, वो दुख देते हैं। भले ही आप नए लड़कों (debutant Cricketers) को मौका दे रहे हो, लेकिन आपकी प्राथमिकता (priority) मैच जीतना ही होनी चाहिए।”

    अगर सहवाग खुद इस मैच के कप्तान होते तो क्या करते

    जब ‘मुल्तान के सुल्तान’ वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) से पूछा गया कि अगर इस मैच में वो कप्तान होते तो इन हालातों में क्या करते ? ‘नज़फ़गढ़ के नवाब’ सहवाग ने कहा कि वो मैच के बीच में नवदीप सैनी (Navdeep Saini) से बोलिंग कराते। उन्होंने कहा, ”मैं चक्रवर्ती (Varun Chakraborty) का प्रयोग आखिरी के ओवरों में (death overs) करता और कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) के अनुभव का भी फ़ायदा उठाता। तेज गेंदबाजों (fast bowlers) को आखिरी समय चाैके पड़ सकते हैं। वैसे भी इस पिच पर स्पिनर्स (Spinners) के खिलाफ खेलना मुश्किल भरा था।”

    नवदीप सैनी ने नहीं की बोलिंग

    सहवाग के मुताबिक, कप्तान शिखर धवन (Shikhar Dhawan) से यह गलती ये हुई कि  उन्होंने नवदीप सैनी (Navdeep Saini) से एक भी ओवर गेंदबाजी नहीं कराई। इस मैच में भारत की तरफ से 6 गेंदबाज मैदान में उतरे, लेकिन शिखर ने 5 को ही आजमाया। चेतन सकारिया (Chetan Sakariya) सबसे महंगे साबित हुए, जिन्होंने 1 विकेट तो उखाड़ा, लेकिन 34 रन लुटा दिए। अंतिम 2 ओवर में श्रीलंका को 20 रन बनाने थे, लेकिन भुवनेश्वर कुमार (Bhuvaneshwar Kumar) ने 19वें ओवर में 12 रन दे दिए। वहीं, अंतिम ओवर में चेतन साकरिया भी 8 रन का बचाव नहीं कर पाए और भारत की मुट्ठी में आया मैच रेत की तरह फिसल गया।