नई दिल्ली: नागरिकता कानून के विरोध में में हुए दंगों के लेकर बड़ी जानकरी सामने आई है. आम आदमी पार्टी निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन ने दिल्ली में हुई हिंसा में मास्टरमाइंड होने की बात काबुल ली है. पुलिस को दिए बयान में ताहिर ने कहा कि. ‘ अपनी कौम और सरकार को सबक सीखने के लिए हिंसा फैलने का निर्णय लिया। ‘
पुलिस के साथ हुए पूछताछ में आप पार्षद ने कहा, ‘ पार्षद बनाने के बाद से ही मुझे हिंदुयों को सबक सीखना था. अब मेरे पास पैसा और ताकत दोनों थी. इसी दौरान मेरे जानकर खालिद सैफी ने राजनीतिक पावर और पैसा दोनों है जिसका इस्तेमाल हिंदुओं के खिलाफ और कौम के लिए इस्तेमाल करने का सुझाव दिया. मैं इसके लिए हमेशा तैयार रहूंगा.’
ताहिर ने आगे कहा,’ कश्मीर में धारा 370 हटने के कुछ समय बाद ख़ालिद सैफी मेरे पास आया और बोला की इस बार अब हम चुप नहीं बैठेंगे. इसी बीच राम मंदिर का फैसला और CAA कानून भी आ गया अब मुझे लगा कि पानी सिर से ऊपर जा चुका है.अब तो कुछ कदम उठाना पड़ेगा.’
हिंदुओं के खिलाफ जंग में PFI ने की मदद
हुसैन ने आगे बताया, ‘ खालिद सैफी ने मुझे 8 जनवरी को JNU के पूर्व छात्र उमर खालिद से PFI केशाहीन बाग वाले दफ्तर मे मिलवाया था. जहां उमर खालिद ने बोला कि वह मरने-मारने को राजी है. वह अपनी कौम के लिए कुछ भी कर सकता है. वहीं PFI का सदस्य दानिश है जो हिंदुओं के खिलाफ जंग में ( PFI ) हमारी फाइनेंशियल पूरी मदद करेगा.’
कुछ ऐसा करेंगे दिल्ली समेत पूरा देश हिल जाएगा
मास्टरमाइंड ने बताया, ‘ पीएफआई के दफ्तर में हमने तयकी इस बार हम कुछ ऐसा करेंगे जिससे दिल्ली समेत पूरा देश हिल जाए. हम सरकार को ऐसा मजबूर करेंगे की सरकार CAA को वापस लेने के लिए मजबूर हो जाए. जिसके लिए हमने लोगों को भड़काने के लिए तैयार किया और मैंने बोतल, पेट्रोल, तेजाब, पत्थर, इकट्ठा कर अपने घर की छत पर जमा करने का काम शुरू किया.’