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     नयी दिल्ली: कोरोना वायरस वैश्विक महामारी (Corona Virus Global Epidemic) की चौथी लहर का सामना कर रही दिल्ली में बुधवार को कोविड-19 के 17,000 से अधिक मामले सामने आने के बाद यह सबसे ज्यादा प्रभावित शहर बन गया है। रोजाना के नये मामलों के लिहाज से इसने आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) को भी पीछे छोड़ दिया है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक मुंबई में अब तक एक दिन में सर्वाधिक 11,163 मामले चार अप्रैल को दर्ज किए गए थे। बुधवार को, बेंगलुरु (Bangaluru) में संक्रमण के 8,155 और चेन्नई (Chennai) में 2,564 मामले सामने आए जो शहर के रोजाना के अब तक के मामलों में सबसे ज्यादा है। पुणे (Pune) में वैश्विक महामारी शुरू होने के बाद से सबसे ज्यादा 12,494 मामले चार अप्रैल को दर्ज हुए थे। स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली (Delhi) में बुधवार को कोविड-19 (Covid-19) के 17,282 नये मामले सामने आए थे जो कोरोना वायरस प्रकोप शुरू होने के बाद से सबसे ज्यादा है जबकि 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।

    इस तरह से रोज के मामलों के लिहाज से दिल्ली बड़े अंतर के साथ मुंबई से ऊपर आ गई है। मामलों के अभूतपूर्व बढ़ने से खासकर पिछले कुछ दिनों में, चिकित्सक और चिकित्सीय विशेषज्ञ भी चकरा गए हैं। इनमें से कुछ मान रहे हैं कि वायरस के रूप में परिवर्तन हुआ है और उन्होंने इसके कई प्रकार होने की कल्पना भी की है जिनमें से कुछ प्रकार अन्य की तुलना में बहुत ज्यादा संक्रामक बताए जा रहे हैं। यहां अपोलो अस्पताल में वरिष्ठ कंसल्टेंट सुरनजीत चटर्जी ने कहा, शहर में पूरी तरह अफरा-तफरी मची हुई है, जवान हो या बूढ़े, टीका लगा हो या न लगा हो, वायरस सबको प्रभावित कर रहा है। दिल्ली की स्थिति डरावनी है।

    बुधवार के बुलेटिन के मुताबिक, 104 और मरीजों की मौत हुई जिसके बाद मृतक संख्या 11,540 हो गई है। बुलेटिन में कहा गया कि संक्रमण के यह नये मामले मंगलवार को हुई रिकॉर्ड 1.08 लाख जांचों में सामने आए जिसके बाद संक्रमण की दर 15.92 प्रतिशत हो गई जो अब तक की सबसे अधिक दर है। दिल्ली में वैश्विक महामारी की तीसरी लहर तक एक दिन के सर्वाधिक मामले 8,593 थे जो 11 नवंबर, 2020 को दर्ज किए गए थे जबकि 18 नवंबर को कोविड-19 से अब तक की सबसे ज्यादा 131 मौतें हुईं थी।