DPCC data reveals air pollution remains highest between November 1-15 every year in Delhi
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नयी दिल्ली. दिल्ली में शनिवार को एक बार फिर वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गयी जबकि एक दिन पहले अनुकूल हवाओं की वजह से उसमें सुधार देखने को मिला था। सरकारी एजेंसियों का कहना है कि हवा की गति कम होने के कारण वायु गुणवत्ता में और गिरावट की आशंका है। दिल्ली का शनिवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 231 दर्ज किया गया, जबकि शुक्रवार को यह 137, बृहस्पतिवार को 302 और बुधवार को 413 दर्ज किया गया था।

उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘अत्यंत खराब’ और 401 से 500 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को हवाओं की तेज गति और पराली जलाने की घटनाओं से प्रदूषण में कम योगदान की वजह से दिल्ली की हवा अपेक्षाकृत साफ रही। लेकिन रात को हवाओं की गति मंद पड़ने से प्रदूषकों का एक बार फिर जमाव शुरू हो गया। भारत के मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक शनिवार को अधिकतम 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलीं।

रविवार और सोमवार को हवाओं की गति 12 किलोमीटर प्रतिघंटा रहने की संभावना है। फसलों की कटाई का सीजन खत्म होने के साथ दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने का योगदान भी कम हुआ है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली ‘सफर’ के मुताबिक, शुक्रवार को पीएम-2.5 प्रदूषक के मामले में पराली का योगदान महज दो प्रतिशत रहा।

सरकार एजेंसी सफर के अनुसार, रविवार को हवा की गति कम होने की संभावना है। ऐसे में दिल्ली में वायु गुणवत्ता के और खराब होने और अगले दो दिन तक ‘खराब तथा बेहद खराब’ श्रेणी में बने रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने बताया कि शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। (एजेंसी)