Delhi-Air-Quality
File Pic

Loading

नयी दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी (Delhi) के हिस्सों में बृहस्पतिवार को ‘मध्यम’ स्तर का कोहरा छाए रहने की वजह से दृश्यता घट कर 300 मीटर हो गई। वहीं न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले तकरीबन चार सप्ताह में सबसे ज्यादा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने बताया कि ‘मध्यम’ स्तर का कोहरा छाए रहने की वजह से पालम में दृश्यता घट कर 300 मीटर हो गई, जबकि सफदरजंग में यह 500 मीटर दर्ज की गई।

भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार जब दृश्यता 0-50 मीटर के बीच हो तो उसे ‘बेहद घना कोहरा’ कहा जाता है। वहीं अगर दृश्यता 51-200 मीटर है तो ‘घना’, 201 से 500 मीटर के बीच है तो ‘मध्यम’ और 501 से 1,000 के मीटर पर ‘हल्का’ कोहरा कहा जाता है। सफदरजंग वेधशाला ने बताया कि न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बादल छाए रहने की वजह से पिछले कुछ दिनों में शहर के न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

आसमान में बादल छाए रहने से पृथ्वी से परावर्तित होने वाली अवरक्त किरणों में से कुछ वापस धरती की ओर लौट जाती हैं, जिससे धरती गर्म होती है। मजबूत पश्चिमी विक्षोभ की वजह से दिल्ली में बुधवार तक लगातार चार दिन बारिश हुई है। आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि ताजा पश्चिमी विक्षोभ की वजह से नौ जनवरी को शहर में ‘बहुत हल्की बारिश’ हो सकती है। उसके बाद आसमान में बादल छाए रहेंगे। इसके बाद मैदानी इलाके में बर्फीले पहाड़ों से उत्तरपश्चिमी हवाओं के आने से दिल्ली के न्यूनतम तापमान में चार से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है।

बृहस्पतिवार को बस बूंदा-बांदी की संभावना है। आईएमडी ने बताया कि सफदरजंग वेधशाला में इस साल अब तक 56.6 मिमी बारिश दर्ज हो चुकी है, जो पिछले 21 साल में इस महीने का सबसे ज्यादा है। दिल्ली में हर साल जनवरी में औसतन 21.7 मिमी बारिश होती है। पिछले साल जनवरी में 48.1 मिमी बारिश हुई थी जबकि जनवरी 2019 में 54.1 मिमी और जनवरी 1999 में 59.7 मिमी बारिश हुई थी। आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, 1995 में जनवरी महीने में यहां 69.8 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।