Covid Beds

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    नई दिल्लीः देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते रहे हैं और साथ ही मरीज़ों की संख्या भी बढ़ रही है। इस कारण दिल्ली के सबसे बड़े कोरोना अस्पताल लोकनायक अस्पताल (Loknayak Hospital) में कोविड मरीज़ों के लिए केवल एक वेंटिलेटर ICU बेड खाली है। 

    इस हॉस्पिटल में कुल 50 वेंटिलेटर बेड हैं जिनमें से 49 भरे हुए हैं। दिल्ली सरकार के कोरोना एप के हिसाब से 5 अप्रैल को दोपहर 3 बजे तक दिल्ली के अस्पतालों में 58।71% वेंटिलेटर युक्त ICU बेड फुल हो गए हैं, जबकि 30 मार्च सुबह 11 बजे तक 32% वेंटिलेटर वाले ICU बेड पर मरीज़ भर्ती थे। 

    एप के अनुसार 5 अप्रैल को दोपहर 3 बजे तक दिल्ली के दोनों, सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में टोटल संख्या 794 वेंटिलेटर ICU बेड्स हैं। इनमें से 465 बेड्स पर मरीज़ भर्ती हैं और 329 बेड खली बचे हैं। 

    वहीं, बिना वेंटिलेटर वाले ICU बेड्स की कुल संख्या 1,320 है। इनमें से 645 बेड पर मरीज़ भर्ती हैं और 675 बेड खाली हैं। वहीं, सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में कुल मिलाकर 6,203 कोरोना बेड की सुविधा है। इनमें से 3,027 बेड पर मरीज़ भर्ती हैं जबकि 3,176 बेड खाली हैं।

    तेजी से बढ़ रही चौथी लहर 

    दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा कि दिल्ली में महामारी की चौथी लहर चल रही है और सरकार संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है। 

    उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘संक्रमण दर 4।64 प्रतिशत हो गई है। औचक जांच भी की जा रही है और जांच की क्षमता भी बढ़ायी गयी है। एक दिन में 80,000 से ज्यादा नमूनों की जांच की गई जो कि राष्ट्रीय औसत से पांच गुना ज्यादा है।” कोविड-19 संक्रमण से उबर चुके जैन ने ठीक हो चुके लोगों से प्लाज्मा दान करने की अपील भी की।