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नयी दिल्ली.घरेलू शेयर बाजार (Share Market) की चाल इस सप्ताह मुद्रास्फीति समेत वृहत आर्थिक आंकड़ों की घोषणा तथा कंपनियों के तिमाही परिणाम के अलावा वैश्विक रुख से तय होगी। विश्लेषकों ने यह अनुमान जताया है। वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख, कोविड-19 टीके से जुड़ी खबरों और आर्थिक पुनरूद्धार को लेकर उम्मीद से भारतीय शेयर बाजार पिछले सप्ताह लगभग हर दिन नये रिकार्ड स्तर पर बंद हुआ। पिछले कुछ सप्ताह से बाजार में तेजी की यही प्रवृत्ति रही है।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टीसीएस का वित्तीय परिणाम शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद आया। बाजार पर इसका असर होगा। अधिक खरीदारी के संकेत के बावजूद विदेशी संस्थागत निवेशकों की सतत लिवाली से बाजार लगातार नई ऊंचाई पर बना हुआ है। इस सप्ताह जारी होने वाले वृहत आर्थिक आंकड़ों के साथ कंपनियों के तिमाही परिणाम मुख्य रूप से बाजार की दिशा तय करेंगे।” देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस का शुद्ध लाभ एकीकृत आधार पर दिसंबर तिमाही में 7.2 प्रतिशत बढ़कर 8,701 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने 2021-22 के लिये दहाई अंक में आय वृद्धि का अनुमान जताया है। यह बताता है कि बुरा दौर अब पीछे रह गया है।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लि. के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘इस सप्ताह बाजार पर बहुत हद तक वैश्विक प्रवृत्ति का असर होगा। इसके अलावा निवेशकों की परीक्षण के बाद कोविड-19 टीकाकरण अभियान, दिसंबर तिमाही के परिणाम और एक फरवरी को पेश होने वाले बजट से जुड़ी गतिविधियों पर भी नजर होगी। इस सप्ताह मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े भी आने हैं।”

इस सप्ताह इन्फोसिस, विप्रो और एचसीएल टेक्नोलॉजीज लि. जैसी कंपनियों के तिमाही परिणाम जारी होने हैं। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘भारतीय बाजार का ध्यान फिलहाल तीसरी तिमाही पर केंदित हो गया है। बाजार को मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन जैसे महत्वपूर्ण आंकड़ों का भी इंतजार है।” पिछले सप्ताह सेंसेक्स 913.53 अंक यानी 1.90 प्रतिशत मजूत हुआ जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 328.75 अंक यानी 2.34 प्रतिशत की तेजी आयी।