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    मुंबई. रत्न एवं आभूषणों का निर्यात बीते वित्त वर्ष 2020-21 में इससे पिछले साल की तुलना में 25.71 प्रतिशत गिरकर 1,85,952.34 करोड़ रुपये रह गया। उद्योग संगठन रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने कहा कि कोविड-19 महामारी की वजह से पैदा हुई अड़चनों से निर्यात का आंकड़ा नीचे आया है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात 2,50,319.89 करोड़ रुपये रहा था। जीजेईपीसी के चेयरमैन कोलिन शाह ने सोमवार जारी बयान में कहा, ‘‘2020-21 का साल अपवाद वाला है, लेकिन इसके बावजूद उद्योग ने जुझारू क्षमता दिखाई।

    उद्योग ने नए सामान्य के अनुरूप खुद को ढाला और वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में निर्यात में सुधार दिखाई दिया।” शाह ने कहा, ‘‘बीते वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में गिरावट के बाद चौथी तिमाही में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात 12.73 प्रतिशत बढ़ा।” बीते वित्त वर्ष के दौरान तराशे और पॉलिश हीरों का निर्यात 8.87 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,20,302.04 करोड़ रुपये रहा।

    इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 1,32,015.25 करोड़ रुपये रहा था। वित्त वर्ष के दौरान सोने के आभूषणों का निर्यात 57.89 प्रतिशत घटकर 35,483.17 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले यह 84,270.81 करोड़ रुपये रहा था। वहीं दूसरी ओर चांदी के आभूषणों का निर्यात 43.55 प्रतिशत बढ़कर 17,163.03 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

    2019-20 में यह आंकड़ा 11,955.75 करोड़ रुपये रहा था। इस बीच, रंगीन रत्नों का निर्यात 39.32 प्रतिशत घटकर 1,377.30 करोड़ रुपये रह गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 2,269.69 करोड़ रुपये रहा था। मार्च में कुल निर्यात 73.98 प्रतिशत बढ़कर 24,729.57 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो मार्च, 2020 में 14,214.24 करोड़ रुपये रहा था।