Service Sector

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    नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण (Corona Virus) के प्रकोप और कारोबारी धारणा के कमजोर होने से अप्रैल में सेवा क्षेत्र (Service Sector) की गतिविधियां तीन महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई। एक मासिक सर्वेक्षण ने बुधवार को बताया कि अप्रैल में सेवा व्यवसाय गतिविधि सूचकांक गिरकर 54 पर पहुंच गया जो मार्च में 54.6 रहा था। पिछले तीन महीनों के दौरान अप्रैल में सेवा क्षेत्र की गतिविधियां सबसे कम रही। सेवा व्यवसाय गतिविधि सूचकांक (पीएमआई) अगर 50 से अधिक होता है तो इससे गतिविधियों में तेजी का पता चलता है। जबकि पीएमआई का 50 से कम रहना संकुचन को दर्शाता है। 

    वित्तीय सेवा कंपनी आईएचएस मार्किट के अर्थशास्त्र एसोसिएट निदेशक पोलीन्ना डे लीमा ने कहा, ‘‘अप्रैल के पीएमआई नतीजों ने भारत में कोरोना संकट के बढ़ने की आशंका की तुलना में सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में अधिक आर्थिक लचीला प्रदर्शन दिखाया। कंपनियां को आने वाले वर्षों के दौरान अधिक उत्पादन का अनुमान है लेकिन कोरोना महामारी से जुड़ी चिंताओं की वजह से कारोबारी धारणा कमजोर हुई है।” 

    सर्वेक्षण में बताया कि सेवा क्षेत्र से जुडी कंपनियों का दिसंबर 2011 के बाद से कुल खर्च तेजी से बढ़ा है। लिमा ने कहा, ‘‘आदान की कमी और उच्च परिवहन लागत के कारण सेवा क्षेत्र कंपनियों के कुल खर्चों में पिछले नौ साल में सबसे तेज दर से वृद्धि देखने को मिली है।”   

    उन्होंने कहा कि अप्रैल महीने में देश की विनिर्माण गतिविधियों में मामूली सुधार दर्ज किया गया। अप्रैल 2021 में यह 55.5 पर रहा, जो मार्च 2021 के 55.4 से थोड़ा ऊपर है। वही सर्वेक्षण में कहा गया कि कोरोना संक्रमण के कारण लगे यात्रा प्रतिबंध की वजह से भारतीय सेवाओं की अंतर्राष्ट्रीय मांग पर कमी जारी है। लगातार 14 वें महीने और मार्च में पंजीकृत की तुलना में नए निर्यात के क्रम में गिरावट आई है। (एजेंसी)